बक्सर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का कार्यक्रम था। इस दौरान वह चौसा में शहीद जवान सुनील कुमार यादव के परिवार से मिलने के लिए पहुंचे हुए थे। जहां पर उन्होंने शहीद सुनील कुमार यादव के परिवार से मुलाकात की। मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भारत सरकार से यह मांग की गई है कि पैरा मिलिट्री फोर्स में शहीद हुए जवानों के परिवार को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए। तेजस्वी यादव ने कहा कि इसके लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं और एक चिट्ठी गृह मंत्री अमित शाह को भी लिख चुके हैं। तेजस्वी यादव ने अमित शाह से मीडिया के माध्यम से यह मांग की।

उन्होंने शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाते हुए कहा कि यह सिर्फ एक परिवार का नुकसान नहीं, बल्कि पूरे देश का नुकसान है। ऐसे समय में नेताओं और समाज के हर वर्ग को साथ खड़ा होना चाहिए। तेजस्वी यादव ने कहा कि शहीदों की शहादत को सिर्फ एक दिन की श्रद्धांजलि तक सीमित नहीं रखा जाना चाहिए। बिहार सरकार को चाहिए कि वह एक स्थायी नीति बनाए जिसके तहत हर शहीद के नाम पर स्कूल, अस्पताल, गेट या सार्वजनिक स्थल पर स्मारक का निर्माण हो, ताकि आने वाली पीढ़ियां उनके बलिदान को याद रख सकें। उन्होंने कहा कि वे यह मांग विधानसभा सत्र में उठाएंगे।
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भाजपा नेताओं के शहीद परिवार से न मिलने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि वह किसी राजनीतिक दल पर टिप्पणी नहीं करना चाहते, वह अपने बारे में बता सकते हैं नेता से लेकर आम आदमी सभी की यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि, वे शहीदों और पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हों। उन्होंने कहा कि आरा, बक्सर और शाहाबाद क्षेत्र के युवा बड़ी संख्या में सेना में भर्ती होते हैं और देश की रक्षा के लिए सबसे आगे रहते हैं। बिहार भी कुर्बानी देने में सबसे आगे रहते हैं। ऐसे में इनकी शहादत का सम्मान हर हाल में होना चाहिए।
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तेजस्वी यादव ने अंत में कहा कि शहीदों के सम्मान और उनके परिवारों को उचित सुविधा दिलाने के लिए वे निरंतर प्रयास करते रहेंगे। साथ ही उन्होंने लोगों से भी अपील की कि देश के लिए बलिदान देने वाले जवानों के परिवारों के साथ हर परिस्थिति में सहयोग करें। तेजस्वी यादव ने यह भी बताया कि जब शहीद सुनील का पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट लाया गया था, तब वे वहां मौजूद थे और उन्होंने परिवार से गांव आने का वादा किया था। उसी क्रम में वे नरबतपुर पहुंचे हैं।