[Team Insider]: RRBNTPC मामले में जहां छात्र प्रदर्शन की बात कर रहे हैं। वहीं इस मामले में कई राजनेता अपने हाथ सेकने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में तेजस्वी ने आज यानी 28 जनवरी को फेसबुक के जरिए इस मामले पर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा हम बिहार से है। हमारे यहां जिसके परिवार में थोड़ी भी गुंजाइश हो, वो अपने बच्चों को बिहार के बाहर भेज देते हैं। उनसे कम गुंजाइश वाले बच्चे को पटना भेजते हैं। उनसे भी कम आर्थिक क्षमता वाले स्कूल के बाद बच्चे को नज़दीकी बड़े शहर भेजते हैं।
कॉम्पिटिशन की तैयारी
तेजस्वी ने बताया कि यहां बड़े शहर से मतलब है जैसे दरभंगा, मुज़फ़्फ़रपुर, गया, आरा, मोतिहारी, भागलपुर, छपरा, मधेपुरा, मुंगेर अपनी लचर स्थिति के बावजूद अगल-बगल के इलाकों से बेहतर है। तेजस्वी ने यूनिवर्सिटी के बारे में बात करते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी में पढ़ाई का स्तर भले ना हो, लेकिन है तो! इसलिए अगल-बगल के ग्रामीण इलाकों के बच्चों के लिए पढ़ाई का सबसे बड़ा सेंटर माना जाता है दरभंगा शहर। साथ ही उन्होंने बताया की बच्चे यहां पढ़ने आते हैं और कॉलेज में खानापूर्ति के लिए दाखिला लेते हैं। इसके बाद परीक्षा कि तैयारी के लिए मैथ्स कोचिंग, साइंस कोचिंग, अंग्रेज़ी कोचिंग में आपना नामांकन कराते हैं। देखते ही देखते कॉलेज के साथ शुरू हो जाती है कॉम्पिटिशन की तैयारी, जहां छात्र बैंक पीओ, रेलवे तमाम नौकरियों के लिए एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते है।
छात्रों की स्थिति
वहीं तेजस्वी ने इन छात्रों के बारे में बात करते हुए बताया कि ऐसे बच्चे एस्बेसटस कि छत वाले छोटे से कमरे में किराए पर रहते हैं। साथ ही इनके पास एक चौकी, उस पर मच्छरदानी, बर्नर लगा छोटा सा सिलिंडर, एक देगची, एक कड़ाही, कड़छुल, छोलनी, एक-एक थाली बाटी, दीवार पर कील से टंगा छोटा-सा प्लास्टिक का शीशा, कंघी और एक भगवान का फोटो होता है। इसके अलावा कमरे में बिस्तर पर ही किताबें रखी मिलेंगी। किसी उदार मकान मालिक ने मेज कुर्सी दी होगी , तो वो मिल जाएगा। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि छात्र हर रविवार सुबह सात बजे वाली ट्रेन से गांव जाते है। अपने खाने के लिए सभी चीज़े वह अपने घर से ही लाते हैं, बस इतने ही साधनों के साथ वह नौकरियों कि तैयारियों में खुद को पूरी तरह झोक देते है।
मोदी-नीतीश ने बिहार का भविष्य किया बर्बाद
तेजस्वी ने कहा कि हमारे यहां गांव से शहर आकर नौकरी की तैयारी करने वाले विधार्थी के नाम से पुकारे जाते हैं। एक कमरा खाली होता है तो उसे लेने के लिए कोई और आ जाता हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी यहां कई सपने लेकर आते है। की नौकरी मिलते ही सब बदल जाएंगा. ऐसे में भर्तियां निकलना इनके लिए बहुत ज्यादा मायने रखता है। भर्ती में हो रही देरी उनके पूरे परिवार को तोड़ती है। इतना ही नहीं तेजस्वी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस मोदी-नीतीश ने बिहार का वर्तमान के साथ भविष्य भी बर्बाद कर दिया है। इनसे लाख गुणा अच्छा विपक्ष और उसके नेता है। साथ ही उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि मंदिर-मस्जिद और हिंदू-मुसलमान के नशे से जल्दी ही बाहर निकलिए और अपने आप को बचाइए।