बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में अपराध बेलगाम हो चुके हैं और सरकार पूरी तरह से सोई हुई है। खासकर मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और खगड़िया जैसी जगहों पर बढ़ती रेप और हत्या की घटनाओं को लेकर तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके मंत्रिमंडल पर गंभीर सवाल उठाए।
तेजस्वी यादव ने कहा, “पूरे बिहार में अराजक स्थिति है। मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और पूर्णिया में बच्चियों और महिलाओं के साथ दरिंदगी की घटनाएं सामने आई हैं। सीतामढ़ी में 11 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ है। क्या सरकार को कुछ नजर नहीं आता? हमें नहीं पता कि सरकार कौन सा नशा कर के सो रही है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की पुलिस अपराध रोकने की बजाय वसूली में लगी हुई है। साथ ही, उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। तेजस्वी ने कहा, “सरकारी अस्पतालों में बेड की कालाबाजारी हो रही है। मंत्री के पीए तक इसमें शामिल हैं और आईजीआईएमएस जैसे संस्थानों में बेड कमीशन के जरिए बेचे जा रहे हैं।”
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भर्ती को लेकर खेल चल रहा है, और इससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। “11 साल की गैंगरेप पीड़िता को अस्पताल में बेड नहीं मिला। क्या यही सरकार की संवेदनशीलता है?” तेजस्वी ने सवाल उठाया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अब “अचेत अवस्था” में हैं। “नीति आयोग की बैठक तक में नहीं जाते, सिर्फ राजनीतिक कार्यक्रमों में दिखते हैं। बिहार की उन्हें कोई चिंता नहीं है। ट्रांसफर-पोस्टिंग का धंधा चल रहा है, और डीजीपी के हाथ में कोई अधिकार नहीं है। ऐसे में कानून-व्यवस्था कैसे सुधरेगी?”
तेजस्वी ने राज्य सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि वह केवल सत्ता की कुर्सी से चिपकी हुई है। उन्होंने कहा, “दो-दो डिप्टी सीएम हैं लेकिन राज्य में हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार की घटनाएं रोजाना हो रही हैं। सरकार को बिहार और बिहारियों से कोई सरोकार नहीं है।” अंत में तेजस्वी ने चुनौती दी, “हमें चुनौती देने वाले बस यह बता दें कि 11 साल की बच्ची को अस्पताल में बेड क्यों नहीं मिला? मंत्री अस्पताल जाकर क्रिकेट स्कोर पूछते हैं, लेकिन जनता की पीड़ा से उन्हें कोई लेना-देना नहीं।”