नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की बिहार अधिकार यात्रा का आज पांचवां और अंतिम दिन है। इस यात्रा का औपचारिक समापन 20 सितंबर को वैशाली जिले में होने जा रहा है। आरजेडी (RJD) के कार्यकर्ता और स्थानीय नेता इस समापन सभा को ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं। हाजीपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस से लेकर गांव-गांव तक पार्टी का जोर इसी कार्यक्रम को सफल बनाने पर है।
यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव ने बिहार की राजनीति में नई ऊर्जा भरने की कोशिश की। समस्तीपुर के सरायरंजन में उन्होंने छात्रों और युवाओं के बीच कलम बांटते हुए कहा कि “हमें कलम चाहिए, कारखाना और रोजगार चाहिए।” तेजस्वी ने केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि “बीते 20 सालों में बिहार को क्या मिला? मोदी जी फैक्ट्री गुजरात में लगवा रहे हैं और यहां केवल वादों की राजनीति हो रही है। बिहार को पढ़ाई, कमाई, दवाई और सिंचाई वाली सरकार चाहिए। जब तेजस्वी आएगा, सबका काम होगा।”
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तेजस्वी यादव ने भाजपा पर भी जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता उन्हें धमकियां दे रहे हैं, लेकिन “एक बिहार सब पर भारी” है। उन्होंने याद दिलाया कि लालू प्रसाद यादव ने कभी आडवाणी को जेल भेजा था और आज वही विरासत वे आगे बढ़ा रहे हैं। अमित शाह पर तंज कसते हुए तेजस्वी बोले, “अमित शाह बिहार आए थे चूना लगाने, लेकिन बिहार के लोग खैनी-चूना रगड़कर जवाब देना जानते हैं।”
शुक्रवार को सहरसा में आयोजित जनसभा में तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी और पलायन को बिहार की सबसे बड़ी समस्या बताया। उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री अब अचेत अवस्था में हैं, बिहार उनके भरोसे नहीं चल सकता। बिहार को एक युवा सीएम चाहिए। खटारा सरकार अब नहीं चलने वाली।” तेजस्वी ने वादा किया कि उनकी सरकार आने पर जिसके पास डिग्री होगी, उसे नौकरी दी जाएगी और बिना घूस के काम होगा।






















