जहानाबाद का गांधी मैदान मंगलवार को उस समय राजनीतिक अखाड़े में तब्दील हो गया जब तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की बिहार अधिकार यात्रा के दौरान आरजेडी विधायक सुदय यादव के खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज किया गया। सभा स्थल पर न केवल नारों की गूंज सुनाई दी बल्कि कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने खुले मंच पर यह संदेश भी दे दिया कि जहानाबाद में टिकट को लेकर असंतोष चरम पर है।

तेजस्वी यादव ने 16 सितंबर से जहानाबाद से अपनी यात्रा की शुरुआत की थी। बारिश के बावजूद भीड़ उमड़ी, कार्यकर्ताओं का उत्साह चरम पर दिखा, पूरे शहर को पोस्टर और बैनरों से सजाया गया। लेकिन इसी उत्साह के बीच आरजेडी विधायक के खिलाफ कार्यकर्ताओं का गुस्सा बार-बार फूट पड़ा। सभा स्थल पर बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर “सुदय हटाओ, जहानाबाद बचाओ” और “तेजस्वी से बैर नहीं, सुदय की खैर नहीं” जैसे नारे लगाए। इससे यह साफ हो गया कि जनता और कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष गहराता जा रहा है।
चाचा नीतीश को बीजेपी ने कर लिया है हाईजैक, अब गुजराती चला रहे बिहार: तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव का काफिला भी विरोध की चपेट में आया। शहर के फिदा हुसैन मोड़ से लेकर घोसी मोड़ तक कार्यकर्ताओं और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने काफिले को रोककर विरोध जताया। आक्रोशित कार्यकर्ताओं का आरोप था कि विधायक सुदय यादव ने विकास कार्यों और विधायक मद की राशि का दुरुपयोग कर उसे केवल अपने चहेतों के बीच बांट दिया। इतना ही नहीं, उन पर सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता की राजनीति से भटकने का भी आरोप लगाया गया।
Hathua Vidhansabha 2025: लालू यादव के गांव वाली सीट पर इस बार किसका होगा कब्जा?
गजेन्द्र यादव, संजय यादव, मनीष कुमार, मो. सैफ, शाहनवाज इकबाल और मुस्तफा परवीन जैसे स्थानीय नेताओं ने साफ कहा कि यह आंदोलन टिकट वितरण तक जारी रहेगा। उन्होंने पार्टी आलाकमान से मांग की कि जहानाबाद की गरिमा और कार्यकर्ताओं की आवाज को ध्यान में रखते हुए सुदय यादव की जगह किसी अन्य नेता को मौका दिया जाए।






















