Tejashwi Yadav Attack on NDA: बिहार की सियासत में इन दिनों नाराजगी का दौर चल रहा है — एनडीए के भीतर जीतन राम मांझी के बयान से जहां राजनीतिक तापमान बढ़ गया है, वहीं विपक्ष इस मौके को भुनाने में जुट गया है। इसी बीच आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मांझी की नाराजगी पर बड़ा बयान देकर सियासी बहस को नया मोड़ दे दिया है।
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मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर तेजस्वी यादव ने साफ कहा कि “कौन नाराज है या कौन खुश है, इससे हमें कोई मतलब नहीं है। बिहार की जनता इस सरकार से बेहद नाराज और गुस्से में है।” उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब जनता बदलाव चाहती है — “जनता नई सरकार, नया बिहार और नई सोच चाहती है। सभी लोग इस सरकार से ऊब चुके हैं और आने वाले चुनाव में बदलाव का रास्ता खुद तय करेंगे।”
तेजस्वी यादव का यह बयान न केवल एनडीए के भीतर के मतभेदों पर तंज है, बल्कि यह महागठबंधन की ओर से जनता के मूड को भांपने की कोशिश भी है।
एनडीए में इस वक्त सीट शेयरिंग को लेकर खींचतान तेज है। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने हाल ही में एक पोस्ट के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्तियों — “हो न्याय अगर तो आधा दो, यदि उसमें भी कोई बाधा हो, तो दे दो केवल 15 ग्राम…” — के माध्यम से सियासी संदेश देने की कोशिश की। इस पोस्ट को राजनीतिक हलकों में एनडीए नेतृत्व के प्रति असंतोष के रूप में देखा जा रहा है।






















