Bihar Politics : बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर विपक्ष लगातार चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहा है। इस बीच गया से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन के नाम पर बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) द्वारा मतदाताओं से अवैध वसूली की जा रही थी। यह पूरा मामला मध्य विद्यालय नौरंगा स्थित उर्दू बूथ संख्या 119 से जुड़ा है। मामला सामने आने के बाद मानपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी के निर्देश पर मुफस्सिल थाना में केस दर्ज किया गया है।
इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि अब बिहार में आपका वोट जोड़ने के लिए भी रिश्वत मांगी जा रही है। एक वोट जोड़ने का 40₹! 20 वर्षों की NDA सरकार में इतना भ्रष्टाचार व्याप्त है कि बिना 500₹ लिए तो अधिकारी/कर्मचारी आपका प्रणाम भी स्वीकार नहीं करेंगे, काम तो भूल ही जाएं।
मैंने प्रथम दिन ही कहा था कि मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण में मांगे गए दस्तावेज बहुत कम लोगों के पास है। अगर सरकारी कार्यालय जायेंगे तो बिना रिश्वत लिए अधिकारी आवास, जाति सहित अन्य प्रमाण पत्र बनायेंगे ही नहीं। चुनाव आयोग ने मखौल बना दिया है। BLO भी जानते है कि चुनाव आयोग ने किनका नाम काटना है यह पूर्व निर्धारित है, बाक़ी सब चुनाव आयोग ढकोसला कर रहा है।
जानकारी के अनुसार बीएलओ गौरी शंकर द्वारा मतदाताओं से ऑनलाइन फॉर्म भरने, वेरिफिकेशन करने के नाम पर 40 रुपए की वसूली कर रहे थे। वही, ऑनलाइन पैसे भी लिए जा रहे हैं। प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लिया और प्रखंड विकास पदाधिकारी मानपुर के आदेश पर मुफस्सिल थाना में बीएलओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच जारी है।