पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के एमएलसी मो. कारी शोएब साइबर ठगों के निशाने पर आ गए हैं। एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में उन्हें करीब 12 घंटे तक ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा गया। यह घटना 8 अप्रैल की बताई जा रही है, जबकि इसकी शिकायत 9 अप्रैल को साइबर थाने में दर्ज कराई गई। अब मामला सामने आने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कारी शोएब ने पुलिस को दिए अपने आवेदन में बताया कि 8 अप्रैल की सुबह करीब 10:30 बजे दो अलग-अलग मोबाइल नंबरों (+64830850702 और 7866865784) से उन्हें कॉल आया। फोन करने वाले ने खुद को मुंबई साइबर क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और कहा कि उनके नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है।
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इसके बाद उन्हें वीडियो कॉल पर जोड़ लिया गया और कथित अफसरों ने बताया कि उनके केनरा बैंक, मुंबई ब्रांच के खाते से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की गई है। उन्हें केस नंबर 5621/0225 बताया गया और कहा गया कि पूछताछ के लिए उन्हें कमरे में ही रहना होगा। इस दौरान उन्हें 12 घंटे तक एक ही स्थान पर बैठाए रखा गया।
कारी सोहैब के अनुसार, उनसे व्यक्तिगत जानकारी, नकदी, जेवरात और अन्य संपत्ति के बारे में जानकारी ली गई। जैसे-जैसे बातचीत आगे बढ़ी, उन्हें शक हुआ कि वे साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। इसके बाद उन्होंने बातचीत बंद कर दी और 9 अप्रैल को साइबर थाने में पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस घटना का असर राजनीतिक कार्यक्रम पर भी पड़ा। 8 अप्रैल को राजद की एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी थी, जिसे कारी शोएब संबोधित करने वाले थे। लेकिन अचानक प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी गई। अब सामने आया है कि कारी शोएब के ‘डिजिटल अरेस्ट’ में होने के कारण यह फैसला लिया गया था।