बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच एक बार फिर राज्य की कानून-व्यवस्था पर सियासत गरमा गई है। मोकामा में जनसुराज उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के काफिले पर हमले और उनके चाचा दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या के बाद सियासी माहौल में हलचल मच गई है। इसी घटना पर महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और राजद नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला।
तेजस्वी यादव ने पटना में मीडिया से बात करते हुए कहा कि “बिहार की हालत आज सबके सामने है। चुनाव हो रहे हैं, आचार संहिता लागू है और फिर भी खुलेआम लोग गोली और बंदूक लेकर घूम रहे हैं। यह कौन सा राज है? क्या यही सुशासन है? प्रधानमंत्री जी, आंख खोलकर देखिए कि बिहार में क्या हो रहा है।”
तेजस्वी ने इस घटना को बिहार की बिगड़ती कानून व्यवस्था का प्रतीक बताया और कहा कि “यह वही बिहार है जहां हर बार अपराधी तत्व सत्ता की सरपरस्ती में सक्रिय हो जाते हैं। इस बार भी सत्ता में बैठे लोग अपनी कुर्सी बचाने के लिए खेल खेल रहे हैं। लेकिन बिहार की जनता अब सब समझ चुकी है और चुनाव में इन सबको जवाब देगी।”
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री जी हर मंच से 30 साल पुरानी बातें करते हैं, लेकिन आज की घटनाओं पर चुप्पी साध लेते हैं। अभी कुछ घंटे पहले ही सिवान में एक दरोगा की हत्या कर दी गई। क्या प्रधानमंत्री जी को यह नहीं दिखता? क्या यह कानून का राज है?”
तेजस्वी ने आगे कहा कि बिहार में जिस तरह से अपराधियों का मनोबल बढ़ा है, उससे साबित होता है कि मौजूदा सत्ता जनता की सुरक्षा में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि “जो सरकार लोगों को सुरक्षा नहीं दे सकती, उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। हम जनता से वादा करते हैं कि महागठबंधन की सरकार बनी तो बिहार को अपराध-मुक्त और रोजगारयुक्त बनाएंगे।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर कि “तेजस्वी यादव भ्रष्टाचार के प्रतीक हैं,” तेजस्वी ने पलटवार करते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री जी को हमारा मेनिफेस्टो पढ़ लेना चाहिए। हमने प्रण लिया है कि जो वादा किया है, उसे निभाएंगे। हमने पढ़ाई की है और बिहार को नई दिशा देंगे। लेकिन बीजेपी को बस झूठे प्रचार और नफरत की राजनीति करनी है।”






















