बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने दरभंगा दौरे के दौरान गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करते नजर आए। उन्होंने जिले के कमतौल में रामायण सर्किट से जुड़े जाले प्रखंड स्थित पौराणिक अहिल्या स्थान मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने चंदन टीका लगाया, चुनरी चढ़ाई और बैगन का भार भी चढ़ाया। मंदिर समिति की ओर से तेजस्वी यादव का पाग और चादर पहनाकर स्वागत किया गया।
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तेजस्वी यादव के आने की खबर से मंदिर प्रांगण में आम लोगो के साथ साथ राजद के लोगो की अच्छी खासी भीड़ थी। तेजस्वी यादव यहाँ से पूजा पाठ के बाद बगल के गांव कुम्हरौली पहुंचे, जहां राजद नेता सह पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा द्वारा आयोजित एक इफ्तार पार्टी में शरीक हुए। तेजस्वी यादव ने आम मुस्लिम रोजेदार के बीच दावते इफ्तार में भाग लिया। यहां राजद के कई बड़े नेता अब्दुलबारी सिद्दीक़ी के अलावा पूर्व मंत्री अली अशरफ फातमी, विधायक ललित यादव, पूर्व विधायक डॉक्टर फराज फातमी के अलावा कई और नेता भी साथ दिखे।

इफ्तार पार्टी में पहुंचने के बाद तेजस्वी यादव का स्वागत टोपी पहनाकर स्वागत किया गया। इसके बाद सैकड़ों लोगो के बीच सभी ने रोजा खोला। इस दौरान तेजस्वी यादव ने चंद शब्दों के संबोधन में अपने सभी कार्यकर्ताओं को एक साथ प्रेम से रहने की बात कही। उन्होंने कहा कि गंगा-जमुनी तहजीब भारत की संस्कृति का अहम हिस्सा है और इसे बनाए रखना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि पटना में जब लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में इफ्तार का आयोजन किया जाता था, तब मिथिलांचल के कई लोग वहां नहीं पहुंच पाते थे, इसलिए इस बार इफ्तार पार्टी दरभंगा में आयोजित की गई।