बिहार चुनाव के बीच गुरुवार की रात नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav Road Rally) का संकल्प और जुझारूपन एक अलग मिसाल बन गया। हेलिकॉप्टर की अनुमति न मिलने के बावजूद उन्होंने सड़क मार्ग से कटिहार से पूर्णिया तक की लंबी यात्रा की और देर रात तक चार जनसभाओं को संबोधित किया। अंधेरे में बिजली काटे जाने के बावजूद तेजस्वी ने मोबाइल टॉर्च की रोशनी में मंच से जनता को संबोधित किया और कहा—“हम सब प्रपंचों से लड़ेंगे, क्योंकि बिहार अब बदलाव के लिए तैयार है।”
तेजस्वी यादव ने कदवा प्रखंड के परभेली गांव स्थित रामदयाल मध्य विद्यालय के मैदान में हुई सभा में कहा कि अब जनता ने ठान लिया है कि 20 साल पुराने शासन को उखाड़ फेंकना है। उन्होंने खुद को “बिहार का बेटा और बिहार का लाल” बताते हुए कहा कि पूरी केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और भाजपा के नेता एक 37 साल के नौजवान से डर गए हैं।
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कदवा, प्राणपुर और कटिहार के राजेंद्र स्टेडियम में आयोजित जनसभाओं में उमड़ी भीड़ ने माहौल को जोश से भर दिया। तेजस्वी ने कहा, “हम ऐसा बिहार बनाएंगे, जहां लोगों को रोजगार, पढ़ाई और दवाई के लिए बाहर न जाना पड़े। हमने अपनी 17 महीने की सरकार में 5 लाख युवाओं को नौकरी दी थी, मौका मिला तो बेरोजगारी को खत्म कर देंगे।”
उन्होंने भाजपा और जदयू पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास 15-15 हेलिकॉप्टर हैं, लेकिन जनता का समर्थन उनके पास नहीं है। तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा, “हमारे पास हेलिकॉप्टर नहीं, लेकिन जनता की ताकत है। हमने अपने हेलिकॉप्टर को ट्रैक्टर बना दिया है और बिहार के हर कोने में जा रहे हैं।”
कटिहार में देर शाम राजेंद्र स्टेडियम पहुंचने पर तेजस्वी ने मंच से जनता से माफी मांगी कि वे तीन घंटे देरी से पहुंचे, लेकिन उनके संकल्प और संघर्ष ने समर्थकों का उत्साह कम नहीं किया। तीन मिनट के छोटे से भाषण में उन्होंने कहा कि बिहार का युवा अब बदलाव चाहता है—“हम लड़ाई बिहार की आत्मा के लिए लड़ रहे हैं।”






















