Bihar Politics: बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर एक बार फिर सियासी पारा चढ़ गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने संकेत दिया है कि अगर उनकी सरकार बनती है, तो शराबबंदी कानून की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर समाज के सभी वर्गों — बुद्धिजीवियों, अधिकारियों और आम लोगों — से राय लेकर कोई ठोस फैसला लिया जाएगा। तेजस्वी ने कहा, “अगर किसी नीति या कानून को लेकर जनता में सवाल उठ रहे हैं, तो उस पर चर्चा होनी चाहिए। बिना संवाद के कोई फैसला लोकतांत्रिक नहीं हो सकता। हम बातचीत के बाद ही कोई रास्ता निकालेंगे।”
इस बयान के साथ ही तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि “बिहार सरकार का एक इंजन भ्रष्टाचार में और दूसरा इंजन अपराध में लगा हुआ है।” उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज़ नहीं बची है। तेजस्वी ने कहा, “आज अपराधी ही सरकार चला रहे हैं। अपराधी अब विजय और सम्राट बन चुके हैं। एंबुलेंस में गैंगरेप हो रहा है, दिनदहाड़े गोलीबारी हो रही है और एक हफ्ते में 100 से ज्यादा हत्याएं हो चुकी हैं। बिहार में लॉ एंड ऑर्डर अब ‘क्रिमिनल डिसऑर्डर’ बन चुका है।”
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उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान पर भी निशाना साधते हुए कहा, “चिराग पासवान केवल अफसोस जताकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेते हैं। यानी सरकार में रहते हुए भी वे कुछ नहीं कर सकते। इससे साफ है कि उन्हें बिहार की चिंता नहीं, सिर्फ़ कुर्सी से लगाव है।”
तेजस्वी यादव ने एक और बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि CAG की रिपोर्ट में 71,000 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा हुआ है, लेकिन सरकार के पास इसका कोई हिसाब नहीं है कि यह पैसा कहां खर्च हुआ। उन्होंने कहा, “यह सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचारियों और अपराधियों के हवाले है।”