बिहार की सियासत में तूफान लाने के मूड में दिख रहे हैं तेजस्वी यादव। चुनाव भले अभी दूर हों, लेकिन तेजस्वी मैदान में डटे हुए हैं। उनकी रैलियों में भीड़ उमड़ रही है, भाषणों में धार आ चुकी है और अब वे सीधा हमला बोल रहे हैं—नीतीश कुमार पर, बीजेपी पर और ‘डबल इंजन’ सरकार पर।
गोपालगंज की जनसभा में तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को ‘चाचा’ कहकर तरस खाने की बात तो की, लेकिन हमला भी उतना ही करारा किया। उन्होंने साफ कहा, “चाचा जी, अब रहने दीजिए, इज्जत बचा लीजिए!”
नीतीश पर ‘दया’, लेकिन हमला भी जारी!
तेजस्वी ने अपने भाषण में नीतीश कुमार को लेकर दो बातें कही—पहली, वो अब पहले जैसे नहीं रहे, उनकी हालत पर तरस आता है। दूसरी, उन्हें अब खुद को संभाल लेना चाहिए क्योंकि बीजेपी चुनाव बाद उन्हें किनारे लगाने वाली है। तेजस्वी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में तंज कसते हुए कहा कि “चाचा की हालत देखकर चिंता होती है, लेकिन क्या करें? बीजेपी वाले अभी चुनाव तक उन्हें ढोएंगे, फिर उसके बाद क्या होगा, ये सबको पता है!”
बिहार में जंगलराज या डबल इंजन का फेलियर?
तेजस्वी ने कानून-व्यवस्था को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा कि “बिहार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं, थानेदार तक को गोली मार रहे हैं। पुलिस भी सुरक्षित नहीं है, डीएम को जनता खदेड़ रही है। लेकिन सरकार सो रही है।” तेजस्वी ने यह भी कहा कि एनडीए सरकार ने 20 साल में क्या किया? “20 साल से यही लोग सत्ता में हैं, लेकिन बिहार से पलायन नहीं रुका, बेरोजगारी चरम पर है, अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है।”
‘पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई’ बनाम हिंदू-मुस्लिम की राजनीति!
तेजस्वी ने अपने भाषण में लोगों से अपील की कि धर्म की राजनीति से हटकर असली मुद्दों पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि “हमारी सरकार वो होगी जो पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई और सुनवाई पर ध्यान देगी, ना कि हिंदू-मुसलमान में लोगों को उलझाएगी।”
तेजस्वी के निशाने पर BJP!
तेजस्वी ने बीजेपी की रणनीति पर भी बड़ा दावा किया कि “बीजेपी वाले नीतीश कुमार का इस्तेमाल कर रहे हैं। अभी उनका चेहरा दिखाकर वोट लेंगे, लेकिन चुनाव के बाद क्या करेंगे, ये सबको पता है।”