ब्रुसेल्स, बेल्जियम: भारतीय जनता पार्टी के सांसद समिक भट्टाचार्य ने आज यहां एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही भारत का रुख स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में सीमा पार से कोई भी आतंकवादी गतिविधि युद्ध की कार्रवाई मानी जाएगी। उन्होंने यूरोपीय संघ को चेतावनी दी कि आज दुनिया के सामने सबसे बड़ा खतरा रैडिकलाइजेशन और अवैध घुसपैठ है, जो न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को धीरे-धीरे अपनी चपेट में ले रहा है।
भट्टाचार्य ने कहा, “हमने पूरे यूरोपीय संघ को बताया है कि आतंकवाद और पाकिस्तान एक दूसरे के पर्याय हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमें एकजुट होना होगा।” उन्होंने जोर देकर कहा कि कुछ देश आतंकवाद को अपनी नीति के हिस्से के रूप में इस्तेमाल करते हैं, और इस खतरे से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर सहयोग की आवश्यकता है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में एक आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ ने ली है, जो पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों से जुड़ा हुआ है। भट्टाचार्य की टिप्पणियां भारत की जीरो टॉलरेंस की नीति को रेखांकित करती हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान के आतंकवाद को समर्थन देने के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करती हैं।
यूरोपीय संघ के सदस्य देशों को संबोधित करते हुए, भट्टाचार्य ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में देरी नहीं की जा सकती, और इस मुद्दे पर दृढ़ता से कार्रवाई करने की आवश्यकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आतंकवाद और रैडिकलाइजेशन से निपटने के लिए एक समन्वित वैश्विक रणनीति की आवश्यकता है, जो दोनों कठोर और नरम शक्ति को एकजुट करे।
यह बयान भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका और आतंकवाद के खिलाफ उसकी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बल्कि वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है।