श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित लोकप्रिय पर्यटक स्थल पहलगाम में मंगलवार को एक आतंकी हमले ने दहशत फैला दी। इस हमले में एक पर्यटक की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह हमला पहलगाम के बैसरण घाटी क्षेत्र में हुआ, जिसे अक्सर “मिनी स्विट्जरलैंड” के नाम से भी जाना जाता है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमले के दौरान इलाके में गोलियों की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद सुरक्षा बलों को तुरंत मौके पर भेजा गया। बैसरण घाटी तक पहुंचने के लिए पैदल या घोड़े का रास्ता ही एकमात्र विकल्प है, जिसके चलते बचाव कार्यों में काफी चुनौतियां आईं। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। हालांकि, हमले में जान गंवाने वाले पर्यटक की पहचान अभी तक उजागर नहीं की गई है।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “मैं पहलगाम में पर्यटकों पर हुए कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करती हूं, जिसमें एक पर्यटक की दुखद मौत हो गई और कई घायल हुए हैं। ऐसी हिंसा अस्वीकार्य है और इसकी निंदा की जानी चाहिए।”
महबूबा ने आगे कहा, “ऐतिहासिक रूप से कश्मीर ने पर्यटकों का गर्मजोशी से स्वागत किया है, जिसके चलते इस तरह की घटना दुर्लभ और चिंताजनक है। इस तरह की हिंसा का कोई उद्देश्य नहीं है, यह केवल दर्द और पीड़ा लाती है। हमें जांच कर दोषियों को सजा दिलाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है।” उन्होंने पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की।
कश्मीर, जिसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है, लंबे समय से पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कश्मीर में पर्यटक आमतौर पर सुरक्षित रहते हैं। हालांकि, इस हमले ने क्षेत्र में सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों को फिर से उजागर कर दिया है। कश्मीर का पर्यटन उद्योग, जो राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 7% का योगदान देता है, समय-समय पर होने वाली हिंसक घटनाओं से प्रभावित होता रहा है। पहलगाम जैसे क्षेत्र, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ट्रैकिंग रूट्स के लिए प्रसिद्ध हैं, पर्यटकों के बीच खासे लोकप्रिय हैं। लेकिन इस तरह की घटनाएं न केवल पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल उठाती हैं, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाती हैं। रक्षा बलों ने इलाके में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और हमलावरों की तलाश की जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर कश्मीर में शांति और स्थिरता की जरूरत को रेखांकित किया है, ताकि यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए एक सुरक्षित गंतव्य बना रहे।
