केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने सीतामढ़ी के पुनौराधाम में 882 करोड़ की लागत से बनने वाली मां जानकी मंदिर के लिए भूमि पूजन और शिलान्यास किया। लेकिन अब इसको लेकर विपक्ष ने भाजपा पर निशाना साधा है। विपक्ष का आरोप है कि भाजपा सरकार ने ही संसद में कहा था कि माता सीता के पुनौरा सीतामढ़ी में जन्म लेने के प्रमाण नहीं है। अब इस पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने निशाना साधा है।
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उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है- किस मुँह से भूमि-पूजन कर गए अमित शाह? भाजपा सरकार ने ही संसद में कहा था कि “माता सीता के पुनौरा , सीतामढ़ी में जन्म लेने का कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है” अब उसी पुनौरा , सीतामढ़ी में किस मुँह से माता सीता के मंदिर का भूमि – पूजन कर मंदिर की राजनीति के घिसे – पिटे फार्मूले को भुनाने में जुटे हैं अमित शाह और एनडीए ठगबंधन वाले ? वैसे मूलभूत व् लोकहित के मुद्दों से मुँह मोड़ने वाले भाजपाईयों की मजबूरी जगजाहिर है ” चुनावी नैया पार लगाने के लिए इनके पास सिवाय धर्म , धार्मिक विखंडन – विभेद की राजनीति के दूसरा नहीं कोई आसरा है और लोकसभा चुनाव में अयोध्या की हार से सबक लेना भी नहीं गवारा है।

वहीं बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा है कि बिहार की पावन भूमि, जो माता जानकी की जन्मस्थली है उसका भाजपा सरकार ने घोर अपमान किया है। सीतामढ़ी जिले का पुनौरा धाम, बिहार की धार्मिक आस्था का केंद्र हैं परंतु भाजपा ने इस गर्व को आहत किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने संसद में यह कहते हुए माता सीता का अपमान किया कि माता सीता के सीतामढ़ी में जन्म लेने के कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं हैं। भाजपा सरकार का यह बयान न केवल धार्मिक भावनाओं पर आघात है, बल्कि इसे बिहार के गौरव और अस्मिता का भी अपमान कहा जा रहा है।






















