बेंगलुरु से गोपालगंज के तीन मजदूरों का शव मंगलवार को पटना लाया गया। एयरपोर्ट पर श्रम मंत्री संतोष कुमार मौजूद थे। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया। साथ ही बिहार सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख मुआवजा देने की घोषणा की। मंत्री संतोष कुमार सिंह ने कहा, ‘तीनों मजदूर एक निर्माण कंपनी में काम करते थे। मजदूरों के बीच आपसी लड़ाई-झगड़े के बाद उनकी मौत हो गई। चूंकि वे मजदूर थे, इसलिए श्रम मंत्रालय शवों को घर तक भेजने के लिए सारा खर्च उठाएगी। परिजनों को 2 -2 लाख रुपए का मुआवजा भी दिया जाएगा।
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मंत्री संतोष सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद एंबुलेंस से डेड बॉडी को गोपालगंज भिजवाया। उन्होंने कहा कि दुख की घड़ी में हमलोग पीड़ित परिवार के साथ हैं। आश्रितों को विभाग की ओर से अनुदान राशि जल्द जारी किए जाएंगे। ‘राज्य से बाहर काम करने वाले श्रमिकों की सुरक्षा और अधिकारों को लिए जरूरी कदम उठाएंगे। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जल्द ही ठोस उपाय किए जाएंगे। प्रवासी श्रमिकों के लिए बेहतर सुरक्षा और कल्याण योजनाएं लागू की जाएगी।’
होली के दिन हुई थी हत्या
गोपालगंज के 3 युवक बेंगलुरु में मजदूरी करते थे। होली पर कुछ दोस्तों के साथ मिलकर पार्टी कर रहे थे। इस बीच विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर साथी ने ही चाकू से हमला कर दिया। हत्या करने वाले आरोपी भी गोपालगंज के ही रहने वाले हैं। बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मृतकों की पहचान थावे थाना क्षेत्र के पिठौरी गांव निवासी राधेश्याम यादव (21), अंशु राम और दीपू कुमार (22) के रूप में हुई है।