भारत में हर धर्म को एक सामान मान्यता प्राप्त है। ना कोई किसी से बड़ा है और ना ही कोई छोटा। इसके बावजूद भी समाज में कई लोग ऐसे है जो की दूसरों का जोर जबरदस्ती से धर्म परिवर्तन करवाते है। भारत में धर्म परिवर्तन (Religious Conversion) करने पर जोर डालना कानून जुर्म माना गया है। हालांकि लोगों को जबरदस्ती धर्म बदलने के लिए मजबूर करने वाला मामला बिहार के बेतिया के बैरिया प्रखंड क्षेत्र से सामने आया है। जहां मलाही बलुआ पंचायत के वार्ड नंबर 18 में कुछ लोग ईसाई धर्म के ठेकेदारों द्वारा कैंप लगाकर ईसाई धर्म को मानने के लिए लोगों को अंधविश्वास की पट्टी पढ़ाई जा रही थी।
स्थानीय ग्रामीण हुए आक्रोशित
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बता दें कि उन लोगों का कहना है कि हिंदू देवी देवता के पुजा पाठ में कुछ नहीं रखा है। आप लोग ईसा मसीह को मानिए, यहीं हमरा धर्म कहता है। हम लोग इनको ही पूजते और मानते है, आप लोग भी इन्हें अपनाए। ईसा मसीह हमारे दिलों में बसते हैं। साथ ही वह लोग कई अंधविश्वास के बारे में बताने लगे जिसे लेकर स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। वहीं कुछ लोगों ने स्थानीय पुलिस को इस मामले की जानकारी दी।सुचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां मौजूद ईसाई धर्म के ठेकेदार वहां से इधर उधर भागने लगे। किसी ने अपनी ढोलक छोड़ दी तो कोई अपनी हारमोनियम छोड़कर भाग गया। यहीं नहीं वह लोग पुलिस के सामने भी नारे लगा रहे थी की हम लोग केवल एक धर्म जानते है और ईसा मसीह को मानते हैं।