पश्चिम बंगाल: मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज इलाके में वक्फ कानून को लेकर छिड़ा विरोध एक बार फिर हिंसक हो गया। शनिवार को भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक ही परिवार के पिता और पुत्र भी शामिल हैं।
भीड़ ने गांव पर किया हमला, दो की बेरहमी से हत्या
रिपोर्ट्स के अनुसार, शनिवार दोपहर शमशेरगंज के जाफराबाद गांव में स्थिति उस वक्त बेकाबू हो गई जब हिंसक भीड़ ने अचानक हमला बोल दिया। हमले में एक पिता और उनके बेटे की निर्ममता से हत्या कर दी गई, जिससे पूरे इलाके में तनाव फैल गया।
शुक्रवार को भी भड़की थी हिंसा, पुलिस पर पथराव और आगजनी
हिंसा की शुरुआत शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई, जब बड़ी संख्या में लोग वक्फ कानून के विरोध में सड़कों पर उतर आए। धूलियन इलाके में प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाईवे-12 को जाम कर दिया, पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया और कई वाहनों में आग लगा दी। इस दौरान करीब 10 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें से कुछ को मस्जिद में छिपकर जान बचानी पड़ी।
काबू पाने के लिए पुलिस ने चलाया लाठीचार्ज, आंसू गैस का भी इस्तेमाल
शनिवार को जब हिंसा धुलियान तक फैल गई, तो एक व्यक्ति को गोली लगने की भी खबर सामने आई। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। स्थिति को देखते हुए बीएसएफ की मदद ली गई और अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हाई कोर्ट ने दिए केंद्रीय बल तैनात करने के निर्देश बढ़ती हिंसा को देखते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिए हैं कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की जाए।
वक्फ कानून पर राजनीति तेज, ममता बनर्जी और भाजपा आमने-सामने
राजनीतिक बयानबाज़ी भी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर कहा, “यह कानून केंद्र सरकार का है, हमने साफ किया है कि इसे बंगाल में लागू नहीं किया जाएगा। फिर ये हिंसा क्यों हो रही है?” वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “भाजपा सत्ता में आते ही इस तरह की हिंसा और गुंडागर्दी को चंद मिनटों में खत्म कर देगी।