जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा आज दिल्ली से पटना पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वक़्फ़ बिल को राष्ट्रपति भवन से मंजूरी मिल गई है, इस पर उन्होंने कहा कि जिस पर्पज के लिए यह बिल लाया गया है वह पूरा होगा. जेपीसी में हमारी पार्टी के भी मेंबर थे। मैं भी उस मीटिंग में था। जो लोगों ने सुझाव दिया, सारे लोगों के सुझाव को रखा गया है। उसका परपस यही था कि गरीब लोगों की मदद करने में पारदर्शिता आए और सही जगह पैसा लगे।
राजद और कांग्रेस इस बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी, इस पर उन्होंने कहा कि कोर्ट में बात रखने का सबको अधिकार है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी अमेंडमेंट हुआ है। 2013 में अमेंडमेंट हुआ था। उसमें व्यापक सुधार के लिए पसमांदा की महिलाएं थी, जिनका लाभ उन्हें नहीं मिलता था। बिहार में जातीय गणना हो गई है। 73% पापुलेशन पसमांदा मुसलमान की है। वक्फ की तरफ से उनके बीच में अभी तक कोई काम नहीं हुआ है। कोई स्कूल नहीं खुला है। अब बेहतर काम हो पाएगा।
BJP सांसद ने बता दी वक्फ़ बोर्ड के जमीनों की सच्चाई.. तेजस्वी यादव को जमकर सुनाया
वहीं जदयू के कई नेता इस्तीफा दे रहे हैं जिस पर उन्होंने कहा कि कोई नाराजगी नहीं है। जदयू में जिन लोगों का नाम ले रहे हैं वो विपक्ष के लोग हैं। उन्होंने विपक्ष से सवाल पूछ डाले कि 2005 से पहले क्या पंचायत में आरक्षण था? पिछड़ों को आरक्षण था? कहीं से किसी को ट्रैक रिकार्ड देने की या लेने की जरूरत नहीं है नीतीश कुमार को। भागलपुर में दंगा पीड़ित को मंथली पेंशन मिलता है।
तेजस्वी यादव ने कहा है कि हमारी सरकार बनेगी तो इस बिल को कूड़े दान में डाल देंगे जिस पर उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की बात को छोड़िए। वे लोगों की भावना को भड़काने का काम करते हैं। तेजस्वी यादव से आप अपेक्षा भी क्या कर सकते हैं। नीतीश कुमार ने 20 साल लोगों के बीच काम करके अपनी जगह बनायी है। भावना भड़काने का काम नहीं किया। 20 साल में यहां एक दिन भी कर्फ्यू नहीं लगा है। वहीं राहुल गांधी के बिहार आगमन पर उन्होंने कहा कि चुनाव यहां है तो कहां जाएंगे राहुल गांधी। लोकसभा में क्यों नहीं बोले, विपक्ष के नेता थे तो उनको बोलना चाहिए था।