देश के सात राज्यों में चुनावी माहौल बना हुआ है। जहां गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। वहीं बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान, ओडिशा की एक-एक विधानसभा सीट और उत्तर प्रदेश की दो विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। जिसके लिए मतदान पूरा हो चुका है। इन सभी चुनावों का परिणाम 8 दिसंबर को घोषित किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 12 नवंबर को मतदान हुआ था। जबकि गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतदान दो चरणों में किया गया। पहले चरण के लिए मतदान 1 दिसंबर को हुआ था। दूसरे चरण के लिए मतदान 5 दिसंबर को हुआ। 5 दिसंबर को ही बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान और ओडिशा में होने वाले उपचुनाव के लिए भी मतदान हुआ था।
बिहार: कुढ़नी उपचुनाव
बिहार की कुढ़नी विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। जिसके लिए सोमवार यानी 5 दिसंबर की मतदान किया गया था। इस चुनाव में महागठबंधन की ओर से जदयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा चुनावी मैदान में उतरे है। वहीं बीजेपी की तरफ से केदार गुप्ता को प्रत्याशी बनाया गया है। जबकि VIP पार्टी से प्रत्याशी नीलाभ कुमार और AIMIM की ओर से गुलाम मुर्तुजा भी इस चुनावी मैदान में उतरे है। बता दें की इस सीट पर राजद के नेता अनिल सहनी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल किया था। LTC घोटाला मामले में उन्हें सजा हुई जिसके बाद उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई। यही कारण है कि इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है।
गुजरात विधानसभा चुनाव
गुजरात में भी विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। गुजरात में पिछले 27 सालों से बीजेपी का शासन है। एक बार फिर से अपने अभेद्य दुर्ग को बचाने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी बीजेपी के किले में सेंध लगाने की कोशिश में जुटी हुई है। गुजरात विधानसभा की कुल 182 सीट है। जिसपर दो चरणों में मतदान करने का निर्णय लिया गया था। पहले चरण में 89 सीटों पर मतदान 1 दिसंबर को हुआ था। जिसमें कुल 62.89 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। जबकि दूसरे चरण के लिए 93 सीटों पर मतदान 5 दिसंबर को हुआ। 8 दिसंबर को चुनाव नतीजे घोषित किए जाएंगे।
यूपी: मैनपुरी, रामपुर और खतौली उपचुनाव
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा सीट और रामपुर विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हो रहे है। इसके लिए भी 5 दिसंबर को ही मतदान हुआ था। बता दें कि समजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह के निधन के बाद मैनपुरी की सीट खाली हुई थी। मैनपुरी लोकसभा सीट हमेशा से समाजवादी पार्टी का गढ़ रहा है। समाजवादी पार्टी की तरफ से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनावी मैदान में हैं। अपनी पार्टी के गढ़ और अपने ससुर की विरासत को बचाए रखना डिंपल यादव के लिए एक बड़ी चुनौती है। मैनपुरी में डिंपल यादव को चुनौती देने के लिए बीजेपी ने रघुराज शाक्य को चुनावी मैदान में उतारा है।
इसके अलावा रामपुर विधानसभा सीट पर पर भी उपचुनाव हो रहे है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री व सपा विधायक रहे आजम खान एक लंबे समय से रामपुर सीट से विधायक रहे हैं। पर हेट स्पीच मामले में उन्हें 3 साल की सजा हुई जिसके बाद उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई थी। जिस वजह से रामपुर में उपचुनाव हो रहा है। समाजवादी पार्टी की तरफ से आसिम रज़ा को उम्मीदवार बनाया गया है वहीं बीजेपी की तरफ से आकाश सक्सेना चुनाव लड़ रहे हैं।
वहीं यूपी के मुज़फ्फरनगर ज़िले की खतौली विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हो रहा है। जिसके लिए भी पांच दिसम्बर को वोट डाले गए। दरअसल खतौली विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के MLA विक्रम सैनी को अदालत से सजा सुनाये जाने के बाद, उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द हो गई थी। जिसकी वजह से यहां उपचुनाव हो रहा है। इस चुनाव में बीजेपी ने खतौली सीट से विक्रम की पत्नी राजकुमारी सैनी को उम्मीदवार बनाया है। जबकि उनके मुकाबले समाजवादी पार्टी के समर्थन से RLD के मदन भैया चुनाव मैदान में हैं।
हिमाचल विधानसभा चुनाव
हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा सीट है। जिसपर 12 नवंबर को मतदान हुआ था। कुल 66 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में असली लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच है, लेकिन आम आदमी पार्टी की एंट्री ने चुनाव को रोमांचक बना दिया है। हिमाचल प्रदेश में एक पुरानी परंपरा चली आ रही है किसी भी पार्टी ने लगातार दूसरी बार चुनाव नहीं जीता है। एक बार कांग्रेस तो दूसरी बार बीजेपी को हिमाचल प्रदेश की जनता ने सत्ता के शीर्ष पर बिठाया है। इस बार भी ये देखना काफी अहम होगा कि सत्ता परिवर्तन वाली परंपरा बरक़रार रहती है या फिर हिमाचल में सत्तासीन बीजेपी दूसरी बार चुनाव जीतने में कामयाब होगी।
राजस्थान: सरदारशहर उपचुनाव
राजस्थान के चूरू जिले की सरदारशहर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए। यह सीट कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के निधन से सीट खाली हुई है। इस चुनाव को 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनावों का सेमीफाइनल भी माना जा रहा है। इस उपचुनाव में कांग्रेस ने स्वर्गीय भंवरलाल शर्मा के बेटे अनिल शर्मा को टिकट दे दिया है। वहीं, बीजेपी ने अशोक कुमार पिंचा को उम्मीदवार बनाया है।
छत्तीसगढ़: भानुप्रतापपुर उपचुनाव
छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के अचानक निधन से भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट भी खली हो गई। जिसपर भी उपचुनाव हो रहे हैं। इस सीट से कांग्रेस ने दिवंगत मनोज मंडावी पत्नी सावित्री मंडावी को चुनाव मैदान में उतारा है। तो वही बीजेपी ने ब्रह्मानंद नेताम को उम्मीदवार बनाया है। नेताम साल 2008 में भी भानुप्रतापपुर से विधायक रह चुके हैं। उन्होंने दिवंगत नेता मनोज मंडावी को ही चुनाव हराया था। छत्तीसगढ़ में अगले साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव को कांग्रेस और बीजेपी के बीच सेमीफाइनल मुकाबले के रूप में देखा जा रहा है।
ओडिशा: पदमपुर उपचुनाव
ओडिशा की पदमपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए भी पांच दिसम्बर को मतदान हुआ था। इस उपचुनाव में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) और विपक्षी बीजेपी आमने सामने है। दरअसल पिछले महीने बीजद विधायक बिजय रंजन सिंह बरिहा के निधन के बाद, पदमपुर विधानसभा सीट खाली हो गई थी। बीजेपी ने यहाँ से प्रदीप पुरोहित को उम्मीदवार बनाया है। वहीं बीजद ने बरसा सिंह बरिहा को उम्मीदवार बनाया है। जबकि कांग्रेस की तरफ से सत्य भूषण साहू चुनावी मैदान में उतरे हैं।