पटना: परिवहन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 3683.59 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। यह पिछले वर्ष 2023-24 के 3351 करोड़ रुपये की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। इस दौरान राज्य में कुल 13 लाख 82 हजार 102 विभिन्न प्रकार के वाहनों का निबंधन हुआ, जिसमें सबसे अधिक 10 लाख 90 हजार 69 मोटरसाइकिल और स्कूटर शामिल हैं।
परिवहन सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने इस सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विभाग ने आधुनिक तकनीकों और बेहतर सेवाओं के बल पर यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने बताया कि कर चोरी पर सख्त नियंत्रण, डिजिटल भुगतान प्रणाली और त्वरित सेवा वितरण के कारण राजस्व में निरंतर वृद्धि हो रही है। श्री अग्रवाल ने विभागीय टीम के समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि यह ऊर्जा आगामी वर्षों में भी बरकरार रहेगी, जिससे परिवहन क्षेत्र और सशक्त होगा।
वाहन निबंधन के आंकड़ों में भी वृद्धि देखी गई है। वर्ष 2024-25 में पिछले वर्ष की तुलना में 5 प्रतिशत अधिक वाहन निबंधित हुए। मोटरसाइकिल और स्कूटर के अलावा, 77 हजार 867 मोटर कारें, 74 हजार 426 ई-रिक्शा, 37 हजार 784 थ्री-व्हीलर (पैसेंजर), और 16 हजार 350 मोपेड का निबंधन हुआ। बसों की संख्या में भी इजाफा हुआ, जिसमें 2494 बसें और 411 ओम्नी बसें शामिल हैं।परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी ने इस उपलब्धि के लिए विभाग को बधाई दी और कहा कि यह टीम की मेहनत और प्रतिबद्धता का परिणाम है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि विभाग का लक्ष्य भविष्य में सेवाओं को और अधिक सुलभ, पारदर्शी और तकनीक-संचालित बनाना है। राजस्व वृद्धि के पीछे ओवरलोडिंग पर नियंत्रण, नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई, ऑनलाइन टैक्स भुगतान प्रणाली (ओग्रास), और रियल-टाइम डेटा विश्लेषण जैसे कारक प्रमुख रहे हैं। विभाग के मुख्य राजस्व स्रोतों में रजिस्ट्रेशन शुल्क, लाइसेंस शुल्क, परमिट, और ई-चालानिंग शामिल हैं।पिछले सात वर्षों में राजस्व का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। वर्ष 2017-18 में जहां 1624 करोड़ रुपये का राजस्व था, वहीं 2024-25 में यह आंकड़ा 3683.59 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह प्रगति विभाग की दक्षता और पारदर्शिता को रेखांकित करती है।