बिहार विधानसभा का सत्र आमतौर पर तीखी बहस और सियासी तकरार के लिए चर्चा में रहता है, लेकिन इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दो अलग-अलग अंदाज सुर्खियों में रहे। एक ओर वे मोबाइल का इस्तेमाल देख भड़क गए, तो दूसरी ओर वे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से इशारों में हंसी-मजाक करते नजर आए।
पहला किस्सा: ‘मोबाइल पर प्रतिबंध करिए, नहीं तो धरती खत्म हो जाएगी!’
20 मार्च को विधान परिषद में RJD विधायक सुदय यादव मोबाइल देखकर सवाल पढ़ रहे थे। यह देख मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पारा चढ़ गया। वे अपनी कुर्सी से खड़े हो गए और गुस्से में बोले कि “ई लोग मोबाइल लेकर बात कर रहा है! सब प्रतिबंधित था। सब मोबाइल लेकर बोल रहा है। ये कोई बात है? मोबाइल पर प्रतिबंध करिए। ऐसा रहा तो 10 साल से पहले ही धरती खत्म हो जाएगी!”
उनके इस बयान के बाद सदन में कुछ देर के लिए सन्नाटा छा गया, लेकिन फिर विपक्षी नेताओं ने इसका मजाक बनाना शुरू कर दिया। कुछ ने इसे नीतीश कुमार की ‘डिजिटल विरोधी’ सोच बताया, तो कुछ ने इसे उनकी झुंझलाहट का संकेत माना। सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ सदन की मर्यादा बनाए रखने की चिंता थी, या फिर नीतीश कुमार तकनीक के प्रति अपनी पुरानी सोच को ही दोहरा रहे थे?
दूसरा किस्सा: ‘दाढ़ी क्यों नहीं बनाते हो?’
नीतीश कुमार का दूसरा अंदाज इसके ठीक उलट था—हल्का-फुल्का और मजाकिया। सदन में जब बहस चल रही थी, तब मुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव को देखकर अपने गाल पर हाथ फेरा और इशारे में पूछा कि “दाढ़ी क्यों नहीं बनाते हो?” तेजस्वी भी इस अंदाज पर हंस दिए। यह पहली बार नहीं था जब दोनों के बीच इशारों में संवाद हुआ हो। बजट सत्र के दौरान भी मुख्यमंत्री ने तेजस्वी से इशारे में पूछा था “क्या चबा रहे हो?” तेजस्वी ने भी बेझिझक जवाब दिया— “पल्स चॉकलेट खा रहा हूं।”