मास्को : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे तनाव ने एक बार फिर खतरनाक मोड़ ले लिया है। रविवार को यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हेलीकॉप्टर पर ड्रोन हमला किया, जिसमें पुतिन बाल-बाल बच गए। यह हमला उस समय हुआ जब पुतिन कुर्स्क क्षेत्र का दौरा करने के बाद लौट रहे थे। इस घटना ने दोनों देशों के बीच संघर्ष को और गंभीर रूप दे दिया है।
कुर्स्क में बढ़ते तनाव का केंद्र कुर्स्क क्षेत्र पिछले कुछ समय से रूस-यूक्रेन संघर्ष का एक प्रमुख केंद्र रहा है। अगस्त 2024 में यूक्रेन की सेना ने इस क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया था, लेकिन अप्रैल 2025 तक रूसी सेना ने, जिसमें उत्तर कोरियाई सैनिकों का भी समर्थन था, यूक्रेनी सैनिकों को बाहर खदेड़ दिया। हाल ही में, 21 मई 2025 को राष्ट्रपति पुतिन ने इस क्षेत्र का दौरा किया था, जिसके बाद रविवार को यह हमला हुआ।
ड्रोन युद्ध में तेजी रूस-यूक्रेन संघर्ष में ड्रोन का उपयोग तेजी से बढ़ा है। 6 मई 2025 को यूक्रेन ने रूस के 54 ड्रोन मार गिराए थे, जबकि रूस ने भी जवाबी कार्रवाई में 100 यूक्रेनी ड्रोन नष्ट किए, जिनमें से कुछ मॉस्को को निशाना बना रहे थे। इस तरह के हमले दोनों पक्षों की ओर से तकनीकी युद्ध को बढ़ाने का संकेत देते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रोन हमले अब इस संघर्ष का एक अहम हिस्सा बन गए हैं, जो सटीक और घातक हमलों के लिए इस्तेमाल हो रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ी यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब रूस और यूक्रेन के बीच तनाव चरम पर है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पुतिन के साथ बातचीत के बाद दोनों देशों से तत्काल वार्ता शुरू करने की बात कही थी। हालांकि, इस हमले ने शांति की उम्मीदों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने पहले भी ड्रोन हमलों के जरिए रूस को कड़ा संदेश देने की कोशिश की है, लेकिन इस बार पुतिन को निशाना बनाना एक बड़ा जोखिम माना जा रहा है।
सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि कुर्स्क में यह हमला यूक्रेन की रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जिसका मकसद रूस को दबाव में लाना और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान अपनी ओर खींचना है। हालांकि, यह भी चिंता जताई जा रही है कि इस तरह की कार्रवाई से संघर्ष और भयावह रूप ले सकता है। रूस ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है
पुतिन के हेलीकॉप्टर पर हमले ने रूस-यूक्रेन संघर्ष को एक नए और खतरनाक चरण में पहुंचा दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब इस बात पर नजर रखे हुए है कि रूस इस हमले का जवाब कैसे देता है और क्या यह तनाव और बढ़ेगा। इस बीच, कुर्स्क क्षेत्र में सैन्य गतिविधियां तेज होने की आशंका जताई जा रही है।