बिहार के औरंगाबाद (Aurangabad) जिला के उत्पाद महकमे के प्रधान सहायक समेत विभाग के चार कर्मियों को शराब तस्करी के आरोप में न सिर्फ पकड़ा गया है। वहीं उनके घर से देशी और अंग्रेजी शराब की बोतले भी बरामद हुई हैं। गिरफ्तार कर्मियों में उत्पाद विभाग के प्रधान सहायक भूपेंद्र चौधरी, जमादार विनोद प्रसाद, सिपाही अजय कुमार, सिपाही सर्वजीत कुमार शामिल हैं। बताया जाता है कि गुप्त सूचना मिली थी कि शहर के नागा बिगहा मुहल्ले के एक मकान में किराए पर रह रहे उत्पाद विभाग के प्रधान सहायक और 3 पुलिसकर्मी शराब की तस्करी में लिप्त है। उनके द्वारा न सिर्फ शराब का सेवन किया जाता है बल्कि उसकी बिक्री भी की जा रही है।
शराब के धंधे को परवान देने में
माजरा यह है कि औरंगाबाद में उत्पाद विभाग ने जिन अधिकारी-कर्मचारियों को शराब पकड़ने की जिम्मेवारी दी गई थी वही शराब की तस्करी करने में संलिप्त पाए गए और पकड़े गये हैं। इसके पहले भी शराब के मामले में कई पुलिस पदाधिकारियों पर गाज गिर चुकी है और निलंबित तक किया जा चुका है। इसके बावजूद अगर रक्षक ही शराबबंदी लागू कराने वाले भक्षक बनकर शराब के धंधे को परवान देने में लगे हैं।
मीडिया से दुर्व्यवहार
खास बात यह है कि जब यही पुलिस और उत्पाद विभाग शराब की बरामदगी करता है, तो इसके अधिकारी मीडिया के सामने सफलता के झंडे गाड़ने का बखान करने में फूले नही समाते। वही जब इन्ही के विभाग का बंदा फंसता है और उसका काला दागदार चेहरा जब उजागर होता है तो यही लोग मीडिया से दुर्व्यवहार करते है। सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में केस करने की धमकी तक देते है। उत्पाद विभाग के इन चार शराब तस्करो के पकड़े जाने की खबर को कवर करने के दौरान औरंगाबाद पुलिस ने भी इसी तरह का रवैया अपनाकर अपना भी असली और दागदार चेहरा दिखाने का काम किया है।
किसी को भी बख्सा नही जाएगा
यह सब शायद इसलिए किया गया कि मीडिया को मामले की जानकारी नही मिलती तो शराब के गोरखधंधे में लिप्त इन कर्मियो को साफ बचा लिया जाता और किसी को कानों कान इसकी खबर तक नही होती पर ऐसा नही हो सका। हालांकि जिलाधिकारी ने कहा है कि इस मामले में किसी को भी बख्सा नही जाएगा। विश्वसनीय सूत्रों की माने तो कुल 13 बोतल देशी विदेशी शराब छापेमारी के दौरान बरामद हुई है।इनमें से 200 एमएल के दो बोतल टनाका ब्रांड का देशी शराब, 3 बोतल 750 एमएल एवं 7 बोतल 375 एमएल का अंग्रेजी शराब तथा एक बोतल 200 एमएल का खुला हुआ देशी शराब शामिल है।