बिहार सरकार ने सुलभ संपर्क योजना के तहत 25 परियोजनाओं के लिए 676.27 करोड़ रुपये की प्रशासनिक मंजूरी दे दी है। इन परियोजनाओं में 5 बाइपास का निर्माण भी शामिल है, जिनकी अनुमानित लागत 127.72 करोड़ रुपये है। ये बाइपास बेगूसराय, कैमूर और कटिहार जिलों में बनाए जाएंगे।
बाइपास का निर्माण जल्द शुरू होगा
पथ निर्माण विभाग इन बाइपासों का निर्माण जल्द शुरू करने की योजना बना रहा है। जमीन अधिग्रहण और अन्य आवश्यक प्रक्रियाएं जल्द ही शुरू हो जाएंगी। उम्मीद है कि इन बाइपासों का निर्माण इस साल शुरू हो जाएगा और अगले साल तक पूरा हो जाएगा।
इन बाइपासों का उद्देश्य क्या है?
इन बाइपासों का निर्माण राज्य में शहरों के बाहर से निर्बाध आवागमन की सुविधा प्रदान करने के लिए किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशानुसार, इन बाइपासों के निर्माण से राज्य के किसी भी हिस्से से 5 घंटे के अंदर राजधानी पटना पहुंचा जा सकेगा। इसके अलावा, इन बाइपासों से स्थानीय स्तर पर जिला मुख्यालय, प्रखंड मुख्यालय, थाना, अनुमंडल, बाजार, अस्पताल, महत्वपूर्ण शैक्षणिक संस्थान, धार्मिक परिसर और पर्यटक स्थलों तक पहुंचने में भी आसानी होगी। किसानों को भी अपनी उपज को मंडियों तक पहुंचाने में सुविधा होगी।
बाइपास की डिजाइन और चौड़ाई
राज्य में बनने वाले सुलभ संपर्क योजना के तहत बाइपास की चौड़ाई लगभग 7 मीटर होगी। इन बाइपासों पर दो लेन की सड़कें होंगी, जिससे वाहनों का आवागमन सुगम होगा।
राज्य में बनने वाले बाइपासों की संख्या
राज्य में कुल 120 नए बाइपास बनाने की योजना है। इनमें से सबसे अधिक 11 बाइपास बेगूसराय में बनाए जाएंगे। सबसे लंबा बाइपास कैमूर में बनेगा, जिसकी लंबाई 52 किमी होगी। कटिहार में चार बाइपास बनाने की योजना पर भी काम हो रहा है।
सुलभ संपर्क योजना के तहत बिहार सरकार द्वारा किए जा रहे बाइपासों के निर्माण से राज्य में संपर्क व्यवस्था में सुधार होगा। इससे लोगों की आवाजाही आसान होगी और व्यापार और वाणिज्य को भी बढ़ावा मिलेगा। राज्य की राजधानी पटना तक 5 घंटे के भीतर पहुंचने का लक्ष्य रखते हुए यह योजना स्थानीय और क्षेत्रीय स्तर पर विकास को गति प्रदान करेगी।