रांची: विपक्ष के कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विदेश भ्रमण और उनके बयानों को लेकर झारखंड के भाजपा अध्यक्ष व पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कड़ी आलोचना की है। सोशल मीडिया के माध्यम से बाबूलाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी का बार–बार विदेशी धरती पर भारत विरोधी व्यक्तियों और संगठनों के साथ मिलना चिंतनीय है। अमेरिकी कांग्रेस और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भारत की आलोचना करने वाली इल्हाना ओमार से मुलाकात कर राहुल गांधी ने देश की संप्रभुता को खतरा पहुँचाया है। भारत विरोधी गतिविधियों में सक्रिय रहने वाली ओमार का एजेंडा स्पष्ट है: वैश्विक मंच पर भारत को कमजोर और बदनाम करना।
इसके बावजूद राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी बेझिझक ओमार जैसे लोगों के साथ गठबंधन कर रहे हैं। यह कोई आकस्मिक मुलाकात नहीं है, बल्कि यह एक बड़े पैमाने पर चल रही योजना का हिस्सा है। कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन अपने संकीर्ण राजनीतिक हितों को साधने के लिए अंतरराष्ट्रीय या घरेलू स्तर पर भारत विरोधी ताकतों के साथ सहयोग करने को भी तैयार हैं। राहुल गांधी की जॉर्ज सोरोस जैसे व्यक्तियों और नेताओं के साथ लगातार बैठकें, जो खुले तौर पर भारत की एकता और अखंडता के खिलाफ बोलते हैं, यह दर्शाती हैं कि कांग्रेस पार्टी व्यक्तिगत और राजनीतिक लाभ के लिए भारत की प्रतिष्ठा को दांव पर लगाने को तैयार है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तो हमने दशकों तक भारत की प्रगति में बाधाएं देखी।
राष्ट्र को प्रगति के मार्ग से हटाया गया क्योंकि उनके लिए सत्ता में बने रहना भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करने से अधिक महत्वपूर्ण था। कांग्रेस पार्टी द्वारा भारत को अंदर से तोड़ने की कोशिश करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं के साथ बंद दरवाजों के पीछे अनेकों बैठकें पिछले 10 सालों में की गई। इससे यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस भारत के भविष्य की सुरक्षा से अधिक सत्ता के खेल में रुचि रखती है। मैं, राहुल गांधी के भारत विरोधी ताकतों के साथ हुई इस मुलाकात की आलोचना करता हूँ। भारत की जनता, कांग्रेस पार्टी के भारत विरोधी ताकतों के साथ साठगांठ करने और देश को विभाजित तथा कमजोर करने वाले इरादों को बखूबी जान चुकी है और अब इनके भारत विरोधी कृत्यों तथा मंसूबों के खिलाफ एकजुट खड़ी हो चुकी है।
बता दें राहुल गांधी ने वॉशिंगटन डीसी के जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में इस साल हुए लोकसभा चुनावों को लेकर कहा कि मैं नहीं मानता हूं कि निष्पक्ष चुनाव में बीजेपी 240 सीटों के क़रीब तक भी पहुंच पाती। उनके पास भारी पैसे की बढ़त थी और हमारे बैंक अकाउंट्स को लॉक कर दिया गया था। चुनाव आयोग वही कर रहा था जो वो चाहते थे। पूरा का पूरा अभियान इस बनावट का था ताकि मोदी अपना एजेंडा पूरे देश में ले जा सकें जिसमें हर राज्य के लिए अलग डिज़ाइन था। मैं इसे एक स्वतंत्र चुनाव की तरह नहीं देखता हूं। मैं इसे बेहद नियंत्रित चुनाव की तरह देखता हूं। पीएम मोदी के लिए राहुल ने कहा कि “ नरेंद्र मोदी और बीजेपी ने डर फैलाया। उस डर को पैदा करने में सालों लगे, प्लानिंग चली, पैसा लगा और एक सेकंड में सब ख़त्म। ये सब संसद में दिखता है। मैं प्रधानमंत्री (मोदी) को सामने से देखता हूं और आपसे कह सकता हूं कि 56 इंच, भगवान से सीधे संपर्क जैसे मोदी के आइडिया अब सब जा चुके हैं और ये अब इतिहास बन चुके हैं। वो ख़ुद, भारत, उनके तीन-चार वरिष्ठ मंत्री इसे महसूस करते हैं।”