उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर दलों के अपने-अपने दावे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि भाजपा फिर पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि जनता ने भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दी है। अब मतगणना में 12 घंटे का समय बचा है। ऐसे में विकास बनाम वंशवाद, विधि-व्यवस्था बनाम अपराध के नारों में जनता ने किनको अपना समर्थन दिया है, यह कल स्पष्ट हो जाएगा। जनता एक बार फिर योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाएगी या फिर अखिलेश को दोबारा मौका देगी। लड़की हूं, लड़ सकती हूं का नारा देने वाली प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की स्थिति सुधरेगी या चंद सीटों पर पार्टी सिमट जाएगी।
योगी 300 से ज्यादा सीटों का कर रहे दावा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस चुनाव में भी 300 से ज्यादा सीटों से चुनाव जीतने का दावा कर रहे हैं। यहीं दावा समाजवादी पार्टी भी कर रही है। हालांकि मतदान प्रतिशत कई विधानसभा सीटों में पिछली बार से कम रहा है। कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां मुस्लिम मतदाताओं ने ज्यादा वोट किया है। वो भी समाजवादी पार्टी को। ऐसे में भाजपा को उन सीटों पर नुकसान हो सकता है।
पिछले चुनाव में भाजपा ने जीती थी 312 सीटें
17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। इनमें लगभग 61 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इनमें 63 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं थीं, जबकि पुरुषों का प्रतिशत करीब 60 फीसदी रहा। चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा (Uttar Pradesh Vidhansabha) में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया। वहीं अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन 54 सीटें जीत सका। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती (Mayawati) की बीएसपी (Bahujan Samaj Party ) 19 सीटों पर सिमट गई।