[Team Insider]: कांग्रेस द्वारा टिकट दिए जाने के बाद हाथरस रेप पीड़िता की मां ने विधानसभा का चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। पीड़ित परिवार ने कांग्रेस से माफी मांगते हुए विधायिका का टिकट लौटा दिया। कहा जा रहा है कि यह परिवार काफी डरा हुआ है। ये लोग सोच रहे कि टिकट लेने पर कहीं केस में कोई बाधा न आ जाए। खुद की सुरक्षा का भी डर सता रहा है।
पीड़ित परिवार का डर-चुनाव लड़े तो हमारे खिलाफ राजनीति होगी
रेप पीड़िता के भाई ने कहा कि हम चुनाव लड़े तो हमारे खिलाफ राजनीति शुरू हो जाएगी। केस कमजोर करने के प्रयास किए जाएंगे। यह भी कहा कि हमारी सुरक्षा का क्या होगा? हमारी सुरक्षा में तैनात जवान तो उसी के हैं। जिसके खिलाफ कांग्रेस हमें खड़ा करना चाह रही है। कहा कि जिनसे सुरक्षा लिए हुए हैं, उनके खिलाफ क्या लड़ाई लड़ी जा सकती है।
गांव में चार ही दलित परिवार
रेप पीड़िता के भाई का कहना है कि हमारे गांव में सिर्फ चार ही दलित परिवार हैं। गांव में 125 परिवार हैं। इनमें ठाकुर और ब्राह्मण ज्यादा हैं। रेप का आरोप ठाकुर परिवार पर है। जब हादसा हुआ तब तो हमारे साथ कोई खड़ा नहीं हुआ। इस बात का अंदाज लगा सकते हैं कि आरोपी से बचाने के लिए सरकार को हमें सुरक्षा देनी पड़ी। वो दबंग परिवार है। हमारे गांव के अलावा आसपास के 22 गांव ठाकुरों के ही हैं। ऐसे में हमें कौन वोट देगा? हमारा तो हारना पक्का था, इसलिए टिकट लौट दिया।