Upendra Kushwaha statement: राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार की राजनीति और महिला कल्याण योजनाओं को लेकर महागठबंधन पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब राजद और कांग्रेस की सरकार थी, तब महिलाओं के लिए कोई ठोस और असरदार कदम नहीं उठाए गए। उनका कहना था कि एनडीए सरकार ने 2005 में सत्ता संभालने के बाद ही महिलाओं के लिए योजनाएं शुरू की और विशेष रूप से अतिपिछड़ा, पिछड़ा और दलित समाज की महिलाओं के लिए ठोस कदम उठाए।
उपेंद्र कुशवाहा ने हाल ही में महागठबंधन के घोषणापत्र पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इसमें जनता को कोई वास्तविक लाभ नहीं मिलने वाला। उनका कहना था कि एनडीए न सिर्फ वादे करता है बल्कि काम भी करता है, जबकि महागठबंधन केवल घोषणाओं तक सीमित रह जाता है। सीट बंटवारे को लेकर उन्होंने कहा कि प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी, हालांकि उनकी आशा एनडीए के पक्ष में बनी हुई है।
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अशोक चौधरी पर लगाए गए आरोपों पर कुशवाहा ने सावधानी बरती और कहा कि इस मामले में अभी इंतजार करना होगा। उन्होंने जेडीयू के बयान का समर्थन किया और तेजप्रताप यादव के पोस्टर को केवल पारिवारिक मामला बताते हुए खुद को दूरी बनाए रखी।
प्रियंका गांधी की बिहार रैली पर उन्होंने कहा कि इसका जनता पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा। उनका कहना था कि कांग्रेस को थोड़े लाभ की उम्मीद हो सकती है, लेकिन इससे बड़े राजनीतिक बदलाव की संभावना नहीं है। उपेंद्र कुशवाहा ने यह भी स्पष्ट किया कि बड़े नेताओं का व्यक्तित्व और प्रभाव केवल एक दिन में नहीं बनता, इसे समय और लगातार कार्य से ही विकसित किया जा सकता है।






















