यूपी की नगीना सीट से सांसद और आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने संभल हिसा को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सँभल में पुलिस, प्रशासन और सरकार तीनों का फेलियर है। नगीना सांसद ने कहा कि लोकसभा में संभल का विषय उठना चाहिए, चार लोगों की जान गई है। चारों गरीब परिवार से थे। हिंसा किसी चीज का हल नहीं है मैं हिंसा का समर्थन नहीं करता लेकिन हर हिंसा के पीछे कोई न कोई कारण होता है जिसे जानना जरूरी है।
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जिस तरह से लगातार कभी कहीं तो कभी कहीं किसी धार्मिक स्थल पर अपना अधिपत्य दिखाने की क़वायद चल रही है वो देश के लिए ठीक नहीं है। कभी ज्ञानवापी कभी संभल ये सब करके देश के मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा है। जिनकी जान गई है उसकी जांच होनी चाहिए। ताकि पता चले कि किसकी गोली से चार लोगों की जान गई है। लगातार जिस तरह धार्मिक नारे लगे, अगर सर्वे के लिए जा रहे हैं तो उस दौरान नारे लगाने का क्या मतलब है। ये एक तरह से लोगों को उकसाना ही है।
उन्होंने कहा कि इन घटनाओं से देश की छवि जो खराब हो रही है उसका जवाब कौन देगा। पुलिस प्रशासन और सरकार तीनों को फेलियर है। ये देश के लिए अच्छा नहीं हैं। संविधान की मर्यादा से काम हो. गोली से नहीं, बात से सबकी सुनवाई है। इस मामले में दूसरे पक्ष को सुना ही नहीं गया, बहुत सारी बातें ऐसी है जिन पर दबाने की कोशिश की जा रही है। इसमें ईवीएम का मसला है। चुनाव में जो लोकतंत्र की हत्या हुई वो भी मामला है और अडानी का मुद्दा है जिससे हटाने की कोशिश हुई।