उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras Stampede) में ‘भोले बाबा’ के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक लगभग 122 लोगों की मौत हो चुकी है। हादसे में दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इस बीच पुलिस ने सत्संग कार्यक्रम के मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। ये FIR भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 के तहत दर्ज की गई है। हालांकि, हाथरस हादसे की FIR में नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ का नाम तक नहीं है। ये वही बाबा है जिसके कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों की जान चली गई।
कौन है भोले बाबा
अब सभी के मन में सवाल है कि आखिर ये बाबा कौन है, जिसका सत्संग लोगों की कब्रगाह बन गया। बाबा के बारे में बताया जा रहा है कि वो पहले सिपाही की नौकर कर चुके हैं। उन्होंने अपने अनुयायियों को बताया था कि वो जब सिपाही की नौकरी कर रहे थे तब से ही आध्यात्मिक थे और फिर 1999 में उन्होंने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और अपना आध्यात्मिक सफर शुरू किया। इसके बाद से ही बाबा को मानने वालों की तादाद लगातार बढ़ती चली गई।
कैसे हुआ हादसा
हाथरस सत्संग हादसे की जांच के दौरान जो तथ्य निकलकर सामने आ रहे हैं वो बेहद चौकाने वाले हैं। अधिकारियों के अनुसार सत्संग में काफी भीड़ जुटी थी, जिन्हें सही से मैनेज करने का कोई प्रबंध नहीं था। जब वहां मौजूद श्रद्धालुओं में बाबा के चरण रज व पैर छूने की होड़ लगी गई थी। हर श्रद्धालु किसी तरह भी बाबा के पास पहुंचना चाह रहा था। बाबा तक पहुंचने की कोशिश में ये भगदड़ मची। इस भगदड़ की वजह से ये हादसा हुआ जिसमें अभी तक 122 लोगों की जान जा चुकी है जबकि कई लोग अभी भी गंभीर रूप से घायल हैं। जिनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है।
सत्संग में ढाई लाख लोग पहुंचे
बता दें कि ये हादसा हाथरस जिले में मंगलवार को सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के जीटी रोड स्थित गांव फुलराई के पास हुआ था। जहां नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध ‘भोले बाबा’ के कार्यक्रम में लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ जुटी थी। जबकि, इजाजत सिर्फ 80 हजार लोगों की थी। एफआईआर के मुताबिक, आयोजकों ने 2 जुलाई को हुए कार्यक्रम में 80 हजार लोगों के आने की बात कही थी। लेकिन इसमें यूपी समेत दूसरे प्रदेशों से करीब ढाई लाख लोग आ गए जिससे पूरी व्यवस्था बिगड़ गई।
सीएम ने दिए जांच के आदेश
इधर, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए हैं। डीजीपी और गृह सचिव मौके पर पहुंच कर राहत कार्य का जायजा ले रहे हैं। हाथरस दुर्घटना की स्थिति की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीधी मॉनीटरिंग कर रहे हैं। ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने अगले 24 घंटों में रिपोर्ट मांगी है। मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल रहने के निर्देश हैं।
यूपी के हाथरस में सत्संग में भगदड़… 122 की मौत, 150 से ज्यादा लोग घायल
हाथरस दुर्घटना स्थल की जांच कर रहे फोरेंसिक यूनिट के एक सदस्य ने कहा कि यहां से इकट्ठा करने के लिए कोई विशेष चीजें नहीं हैं, यह केवल भक्तों का सामान है जैसे जूते और बैठने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली चादरें बस मिली हैं। हाथरस में हुई भगदड़ घटना पर यूपी के मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि घटना में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। घायलों का इलाज चल रहा है। सीएम घायल व्यक्तियों और उनके परिवारों से मिलने के लिए हाथरस जाएंगे। मुख्यमंत्री घटना की खबर पल-पल हमसे और प्रशासन के माध्यम से ले रहे हैं। घटना के लिए जिम्मेदार पाए गए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राष्ट्रपति, पीएम और नेता विपक्ष ने जताया दुःख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने घटना पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने भी लोकसभा ने इस हादसे पर दुख जताया है और राज्यसरकार के साथ मिलकर पीड़ितों की हर संभव मदद की बात की है। राहुल गांधी ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। सरकार और प्रशासन से अनुरोध है कि घायलों को हर संभव उपचार एवं पीड़ित परिवारों को राहत उपलब्ध कराएं। INDIA के सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि राहत और बचाव में अपना सहयोग प्रदान करें।