लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को करारी शिकस्त मिली है। पार्टी का कोई भी प्रत्याशी जीत पाना तो दूर, दूसरे स्थान पर आने लायक वोट तक नहीं जुटा सका। बसपा के वोट बैंक में भी विपक्षी दलों ने जमकर सेंध लगाई, लिहाजा बसपा का वोट शेयर इकाई में आ गया। भयंकर नुकसान के बाद पार्टी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने कहा कि बसपा द्वारा उचित प्रतिनिधित्व देने के बाद भी मुस्लिम समाज ने हमारा साथ नहीं दिया ऐसी स्थिति में आगे इनको काफी सोच समझकर ही मौका दिया जाएगा।
एनडीए की जीत के लिए पीएम ने जनता को दिया धन्यवाद
चुनाव नतीजों के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया पर पत्र के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी है। इसमें उन्होंने खास तौर पर मुस्लिम समाज को लेकर नाराजगी जताई है।
बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में बसपा ने अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला किया। मंगलवार के घोषित हुए परिणामों में प्रदेश की 80 सीटों में से एक भी सीट पर बसपा को जीत नहीं मिली। वहीं, भाजपा ने 33, सपा ने 37, कांग्रेस ने 6, रालोद ने 2, आजाद समाज पार्टी ने 1 और अपना दल (एस) ने एक सीट पर जीत दर्ज की है। इसके पहले लोकसभा चुनाव 2014 में भी बसपा को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा प्रदेश की 10 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही थी। हालांकि, तब सपा, बसपा व रालोद का गठबंधन था।