उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले और कितने खेल होंगे ये आने वाला वक्त बताएगा। पहले जयंत राज ने इंडी गठबंधन छोड़ एनडीए में एंट्री मार ली। फिर सोनिया गांधी ने अपनी लोकसभा सीट छोड़ राज्यसभा का रास्ता अपना लिया। इसके बाद भाजपा से समाजवादी पार्टी में आए स्वामी प्रसाद मौर्या ने अब अपनी अलग राह अपना ली है। मौर्या ने न सिर्फ समाजवादी पार्टी छोड़कर नई पार्टी बनाई है बल्कि अखिलेश यादव पर कई बड़े आरोप लगाए हैं। स्वामी ने कहा कि अखिलेश यादव सॉफ्ट हिंदुत्व चाहते हैं। यही नहीं अखिलेश को स्वामी ने शेखचिल्ली भी बता दिया।
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दरअसल, स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के नाम से नए दल का गठन कर लिया है। कल तक भाजपा और हिंदुत्व पर बरसते स्वामी प्रसाद मौर्य के निशाने पर अब अखिलेश यादव हैं। अखिलेश यादव से स्वामी की तल्खी इसलिए बढ़ी है क्योंकि अखिलेश ने उनके खिलाफ एक बयान दे दिया है। दरअसल, स्वामी प्रसाद मौर्य के अलग होने पर अखिलेश ने तंज कसते हुए कह दिया कि “वह फायदे के लिए सपा में आए थे। लाभ लेने के लिए हर कोई आता है, लेकिन मौके पर कौन टिकता है। किसी के मन में क्या है यह कौन बताएगा? क्या ऐसी कोई मशीन है जिससे पता चल पाए कि किसके मन में क्या चल रहा है? लाभ लेकर तो हर कोई चला ही जाता है।” अखिलेश का इतना ही कहना स्वामी प्रसाद मौर्या को ऐसा चुभ गया है कि उन्होंने अखिलेश पर पलटवार शुरू कर दिया है।
स्वामी ने अखिलेश पर हमला करते हुए कहा कि “ऐसा लगता है समाजवादी पार्टी की केंद्र में और राज्य में सरकार है और वो मुझे लाभ दे रहे हैं।” स्वामी ने आगे कहा कि अखिलेश यादव के द्वारा ऐसी शेखचिल्ली बघारना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि “मैंने तो हमेशा पद छोड़ा है। मैंने वैचारिकता को प्राथमिकता दी है। विचारों के सामने पद मायने नहीं रखता है। मैंने बहुजन समाज पार्टी में नेता विरोधी दल रहते हुए पार्टी को छोड़ दिया था। सत्ता में रहते हुए मैंने भारतीय जनता पार्टी को छोड़ दिया था। ओबीसी और दलित की जगह जब जनरल भर्ती किए जा रहे थे, तब बीजेपी मैंने छोड़ा था।”
मौर्या ने यह भी कहा कि “अखिलेश यादव सॉफ्ट हिंदुत्व पैदा करना चाहते हैं। अखिलेश यादव ने 85 और 15 का विरोध तभी कर दिया था, जब सुल्तानपुर में परशुराम की मूर्ति लगाकर फरसा लहराया था। अखिलेश यादव सॉफ्ट हिंदुत्व के रास्ते पर चल रहे हैं । वह खुद को सॉफ्ट हिन्दू दिखाने में व्यस्त हैं। भाजपा में जाने के सवाल पर भी स्वामी प्रसाद ने जवाब दिया और कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जिसको ठुकरा देता है उससे कभी दोस्ती नहीं करता है।”