अयोध्या में जल्द ही सरयू नदी में वाटर मेट्रो शुरू होने जा रही है। यह एक तरह की मोटर बोट है, जिसमें 50 यात्री बैठ सकेंगे। शुरुआत में इसे संत तुलसीदास घाट से गुप्तार घाट तक चलाया जाएगा। एक बार चार्ज करने पर यह बोट 1 घंटे का सफर तय कर सकती है।
वाटर मेट्रो की विशेषताएं:
- 50 यात्रियों की क्षमता
- संत तुलसीदास घाट से गुप्तार घाट तक का रूट
- 1 घंटे का सफर
- बिजली से चलने वाली
- 2 चार्जिंग प्वाइंट्स
तुलसीदास घाट:
तुलसीदास घाट सरयू नदी के किनारे स्थित है और भगवान राम के प्रमुख भक्त तुलसीदास के नाम पर रखा गया है। यह घाट अयोध्या में एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।
यात्री सुविधाएं:
वाटर मेट्रो में यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखा गया है। यह आम मेट्रो की तरह दिखती है। इसके अंदर फाइबर की सीट और कांच की खिड़कियां लगाई गई हैं। मेट्रो पूरी तरह एयर कंडीशन वाली होगी, यानी सैलानियों के मनोरंजन पर मौसम का कोई असर नहीं पड़ेगा।
अनुभव:
यह वाटर मेट्रो अयोध्या में एक अनोखा अनुभव होगा। यह राम भक्तों और पर्यटकों दोनों के लिए आकर्षक होगा। यह वाटर मेट्रो अयोध्या के विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान देगी। यह शहर को एक आधुनिक और पर्यटन के अनुकूल शहर बनाने में मदद करेगा।
अन्य जानकारी:
- वाटर मेट्रो कोचीन शिपयार्ड में बनाई गई है।
- यह सरयू नदी के ऊपर किसी क्रूज की तरह दिखाई देगी।
- यह वाटर मेट्रो अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देगी।