पाटलिपुत्र-गोरखपुर वाया बेतिया वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पाटलिपुत्र जंक्शन से चलेगी। यह सप्ताह में छह दिन चलेगी। शनिवार को यह ट्रेन बंद रहेगी। 20 जून को इस ट्रेन का उद्घाटन पाटलिपुत्र जंक्शन से किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाटलिपुत्र जंक्शन से ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर इसके परिचालन की औपचारिक शुरुआत करेंगे. रेलवे बोर्ड के निर्देश पर इस ट्रेन को नियमित रूप से पाटलिपुत्र से चलाने की तैयारियां जोरों पर हैं।
इस हाईस्पीड ट्रेन को सप्ताह में छह दिन चलाया जाएगा, जबकि शनिवार को इसके मेंटेनेंस का कार्य होगा। ट्रेन का रैक पहले ही गोरखपुर रेलवे यार्ड में पहुंच चुका है और आने वाले 1-2 दिनों में इसका ट्रायल रन प्रस्तावित है। ट्रायल के सफल होने के बाद ट्रेन नियमित रूप से परिचालित की जाएगी।
32 घंटे बाद मिला भाजपा सांसद अशोक यादव का बेटा.. सिमरी थाना क्षेत्र से हुआ बरामद
वर्तमान प्रस्ताव के अनुसार, वंदे भारत एक्सप्रेस गोरखपुर से सुबह 6:30 बजे रवाना होगी और दोपहर 1:30 बजे पाटलिपुत्र जंक्शन पहुंचेगी। वापसी में यह ट्रेन दोपहर 2:25 बजे पाटलिपुत्र से रवाना होकर रात 9:35 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। सफर के दौरान यह ट्रेन मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, नरकटियागंज और कप्तानगंज स्टेशनों पर रुकेगी। कुल यात्रा समय लगभग सात घंटे का होगा, जो इस रूट के यात्रियों के लिए बड़ी राहत साबित होगी। इस ट्रेन के शुरू होने से न सिर्फ पाटलिपुत्र और गोरखपुर के बीच संपर्क बेहतर होगा, बल्कि उत्तरी बिहार के कई प्रमुख शहरों जैसे मुजफ्फरपुर, मोतिहारी और बेतिया के लोगों को भी सीधा लाभ मिलेगा।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस ट्रेन के समय-सारणी और किराए की विस्तृत जानकारी आगामी मंगलवार तक जारी कर दी जाएगी। वंदे भारत की शुरुआत से इस रूट पर यात्रीभार घटेगा और यात्रा का अनुभव भी आधुनिक होगा। यात्रियों में इस ट्रेन को लेकर खासा उत्साह है और इसकी शुरूआत से बिहार-यूपी के बीच रेल सफर का एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है।
इस वंदे भारत एक्सप्रेस में कुल आठ कोच होंगे, जिनमें एक एग्जीक्यूटिव क्लास और सात चेयर कार श्रेणी के कोच शामिल हैं। अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस यह ट्रेन यात्रियों को एक आरामदायक, सुरक्षित और तेज सफर का अनुभव देगी। इसमें जीपीएस आधारित सूचना प्रणाली, स्वचालित दरवाजे, बायो-वैक्यूम शौचालय और आरामदायक सीटें प्रमुख आकर्षण हैं।