देश का नया उपराष्ट्रपति (Vice President Election 2025) चुनने की प्रक्रिया आज अपने निर्णायक दौर में है। संसद भवन में सुबह 10 बजे से मतदान शुरू हो गया है, जो शाम 5 बजे तक चलेगा। उसके बाद शाम 6 बजे से मतगणना शुरू होगी और देर रात तक परिणाम आने की संभावना है। इस बार मुकाबला बेहद दिलचस्प माना जा रहा है क्योंकि सत्ता पक्ष एनडीए और विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक, दोनों ही इस चुनाव में अपनी साख दांव पर लगाए हुए हैं।
एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल और अनुभवी राजनेता सीपी राधाकृष्णन को मैदान में उतारा है, जबकि विपक्षी INDIA गठबंधन ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। मौजूदा आंकड़ों और समीकरणों को देखते हुए एनडीए के उम्मीदवार को बढ़त मिलती दिख रही है, लेकिन राजनीति के मैदान में क्रॉस वोटिंग हमेशा समीकरण बदल सकती है। यही वजह है कि दोनों खेमे अपनी-अपनी रणनीति पर पैनी नजर रखे हुए हैं।
आज सुबह सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन पहुंचे और मतदान कर इस प्रक्रिया की शुरुआत की। इसके बाद धीरे-धीरे विभिन्न दलों के सांसद वोट डालने पहुंचे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उपराष्ट्रपति चुनाव सिर्फ एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह 2025 और 2029 की राजनीति के लिए संदेश देने वाला चुनाव है। एनडीए अगर यह चुनाव बड़े अंतर से जीतता है तो विपक्ष के लिए यह मनोबल गिराने वाला साबित होगा, वहीं विपक्ष की ओर से अप्रत्याशित प्रदर्शन सरकार को भी चौंका सकता है।
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गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति भी होते हैं और इस दृष्टि से यह पद काफी महत्वपूर्ण है। मौजूदा परिस्थितियों में राज्यसभा में सरकार और विपक्ष दोनों के बीच कई मुद्दों पर टकराव की स्थिति रही है। ऐसे में नया उपराष्ट्रपति संसद की कार्यवाही को किस तरह संभालेंगे, इस पर भी सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
क्रॉस वोटिंग की आशंकाओं ने इस चुनाव को और रोमांचक बना दिया है। विपक्षी दलों के भीतर असंतोष और एनडीए के भीतर संभावित मतभेदों को देखते हुए परिणाम किस ओर झुकेगा, यह कहना अभी मुश्किल है। हालांकि, आंकड़ों का गणित फिलहाल एनडीए के पक्ष में ही मजबूत दिखाई दे रहा है।






















