Vice President Result 2025: देश के उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 के नतीजे ने पूरे राजनीतिक परिदृश्य को हिला दिया है। एनडीए उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन ने 452 वोट पाकर शानदार जीत दर्ज की, जबकि विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को सिर्फ 300 वोट मिले। दिलचस्प यह रहा कि इंडिया ब्लॉक के पास 315 सांसदों का समर्थन बताया जा रहा था, लेकिन 15 वोट कम पड़ गए। वहीं, कुल 15 वोट निरस्त होने से सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों खेमों में बेचैनी बढ़ी है। नतीजों ने साफ कर दिया कि न सिर्फ विपक्ष के भीतर दरारें हैं बल्कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की।
चुनाव परिणाम आने के बाद विपक्ष ने बीजेपी पर तीखे आरोप लगाए। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा कि भाजपा क्रॉस वोटिंग करवाने में माहिर है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार एजेंसियों जैसे ED और CBI का इस्तेमाल सांसदों को डराने और प्रभावित करने के लिए करती है। पप्पू यादव ने बीजेडी (BJD) की भूमिका पर भी सवाल उठाए और कहा कि एक धड़ा भाजपा के साथ गया तो दूसरा धड़ा चुप्पी साध गया। उन्होंने INDIA ब्लॉक के भीतर हुए विश्वासघात पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन्होंने विपक्ष के साथ रहते हुए एनडीए को मदद की है, उन्हें लोकतंत्र और संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारी पर आत्ममंथन करना चाहिए।
उधर, टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने इस हार के पीछे सीधे-सीधे धनबल की राजनीति को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सभी सांसद मौजूद थे और उन्होंने बी. सुदर्शन रेड्डी को वोट दिया, लेकिन गुप्त मतदान होने की वजह से यह कहना मुश्किल है कि वोट निरस्त कैसे हुए और किसने पाला बदला। उन्होंने सनसनीखेज दावा किया कि वोटों को प्रभावित करने के लिए सांसदों पर 15 से 20 करोड़ रुपये तक खर्च किए गए। बनर्जी ने तंज कसते हुए कहा कि प्रतिनिधियों को खरीदा जा सकता है लेकिन जनता को खरीदना नामुमकिन है।






















