मामला बांका के चानन प्रखंड का है, जहां चोर कांवरिया ब्रिज का 50% हिस्सा गैस कटर से काटकर ले गए। वहीं रोहतास जिले में कुछ दिन पहले पुल चोरी (Bridge Theft) की घटना ने सभी को हैरान कर दिया था। कहा जा रहा है कि उस घटना के बाद से बिहार में पुल चोरी के मामले काफी बढ़ चुके है। बता दें कि सबसे पहले रोहतास, फिर जहानाबाद और अब बांका से पुल चोरी की घटना सामने आई है। जहां चोरों बिना किसी डर भय के सरकारी संपत्ति को अपना निशाना बना रहे है।
60 फीट लंबा लोहे का पुल चोरी

बात दें कि बांका में साल 2004 में बना लोहे का पुल अब चोरी हो चुका है। हालांकि इसमें दिलचस्प बात तो यह है कि चोर लोहे के पुल को किश्तों यानी टुकड़े-टुकड़े में चोरी कर रहे है। जिसके बावजूद प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी। राज्य में करीबन 60 फीट लंबा लोहे का पुल चोरी हो जाता है। चोर उसे गैस कटर से काट कर, गाड़ी पर लादकर ले गए। और उन चोरों पर किसी की नजर तक नहीं पड़ी। यह वाकई अजीब बात है।
पुलिस कर रही खोज

किसी पुल का अधिकतर भाग चोरी हो जाना और पुलिस को इसकी खबर तक नहीं लगना, प्रशासन की गर्जिम्मेदाराना हरकत को दर्शाता है। अगर अभी भी प्रशासन सतर्क नहीं हुई तो पुल पूरी तरह गायब हो जाएगा। बता दें कि यह पुल चोरी की घटना बांका जिले के चांदन प्रखंड की है। जहां चोरों ने पुल का करीबन 50% भाग गैस कटर से काट कर उड़ा ले गए। इसके बावजूद पंचायत प्रतिनिधि या पुलिस को इसकी जानकारी तक नहीं हुई। यहीं ही नहीं किसी ने पुल चोरी की सूचना तक पुलिस को नहीं दी। बताया जा रहा है कि 2004 में तत्कालीन डीएम रशीद अहमद ने कांवरिया पथ के झाझा और पटनिया को जोड़ने के लिए इस पुल का निर्माण कराया था।