नई दिल्ली/अस्ताना : पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें उन्हें बैन आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के सदस्य से मीटिंग करते देखा गया है। यह पाकिस्तान के अपने ही कानूनों के खिलाफ मानी जा रही है, जहां LeT को 2002 में प्रतिबंधित किया गया था।
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब मई 2025 में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ स्थानों पर मिसाइल और हवाई हमले किए थे, जिसका उद्देश्य आतंकी गतिविधियों को निशाना बनाना था। इस ऑपरेशन ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।
इसी दिन, शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की समिट में भारत ने संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया, जो पाकिस्तान के साथ संबंधों में और तनाव को दर्शाता है। SCO, जिसमें रूस, चीन, भारत, पाकिस्तान सहित कई देश शामिल हैं, क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव ने इस संगठन के भीतर भी चुनौतियां पैदा की हैं।
इस घटना ने भारत-पाकिस्तान के बीच आतंकवाद और क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर चल रहे विवादों को फिर से उजागर किया है, जो ऐतिहासिक रूप से दोनों देशों के बीच तनाव का प्रमुख कारण रहा है। इस वीडियो के वायरल होने और SCO समिट में भारत के रुख से दोनों देशों के बीच संबंधों में और खटास आने की संभावना है।