VIP: बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आया है। विकासशील इंसान पार्टी (VIP) ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एक ऐसा ऐतिहासिक फैसला किया है जिससे राज्य के सियासी समीकरण हिल सकते हैं। पार्टी ने घोषणा की है कि वह इस बार 50% चुनावी टिकट अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अतिपिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को देगी। यह फैसला न केवल चुनावी रणनीति बल्कि सामाजिक न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
बिहार की आबादी में अतिपिछड़ा वर्ग लगभग 36% है, जबकि SC-ST समुदाय भी एक बड़ा वोट बैंक है। दशकों से इन समुदायों का आरोप रहा है कि उन्हें राजनीतिक प्रतिनिधित्व में उचित हिस्सेदारी नहीं मिली। VIP के इस कदम को इन्हीं शिकायतों का जवाब माना जा रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने स्पष्ट किया कि यह फैसला सामाजिक समावेशन और वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने की दिशा में उठाया गया है।
VIP का यह कदम महागठबंधन और NDA दोनों के लिए चुनौती पैदा कर सकता है। अब तक बड़ी पार्टियां इन वर्गों को सीमित टिकट देती रही हैं, लेकिन VIP ने इस परंपरा को तोड़ दिया है। यदि अन्य दल भी इसी रास्ते पर चलने को मजबूर हुए तो बिहार की राजनीति में एक नया सामाजिक न्याय का दौर शुरू हो सकता है।