विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने आज सिवान जिले के भगवानपुर प्रखंड स्थित इंटर कॉलेज मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कई वादे किए और आगामी चुनावों में महागठबंधन की सरकार बनने का दावा किया। ‘सन ऑफ मल्लाह’ के नाम से मशहूर सहनी ने कहा कि अगर राज्य में महागठबंधन की सरकार बनती है, तो सभी महिलाओं के खातों में ₹2500 प्रतिमाह सीधे भेजे जाएंगे। उन्होंने नीतीश कुमार की 20 वर्षों की सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, “बिहार को आखिर मिला क्या? न रोजगार, न उद्योग। सिर्फ पलायन और बेरोजगारी।”
सहनी ने याद दिलाया कि जब पिछली बार महागठबंधन की सरकार बनी थी, तब पांच लाख बेरोजगार युवाओं को नौकरी दी गई थी। उन्होंने कहा, “आज बिहार के लाखों युवा दूसरे राज्यों में रोज़गार की तलाश में भटक रहे हैं। अगर हमारी सरकार बनी, तो बिहार में उद्योग धंधे लगाए जाएंगे और स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजित किया जाएगा।”
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केंद्र सरकार पर हमला करते हुए सहनी ने कहा, “बिहार को पांच किलो चावल नहीं, बल्कि विशेष राज्य का दर्जा चाहिए। बच्चों को नौकरी चाहिए। ये सरकार चाहती है कि गरीब का बच्चा हमेशा गरीब ही बना रहे।” उन्होंने जातीय जनगणना की मांग दोहराई और कहा कि “जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” सुनिश्चित होनी चाहिए।
धार्मिक ध्रुवीकरण पर चिंता जताते हुए सहनी ने कहा, “आज देश को हिंदू और मुसलमान में बांटा जा रहा है। अब बिहार को बदलाव की जरूरत है। महागठबंधन की सरकार गरीबों की सरकार होगी — एक न्यायप्रिय सरकार। हम बिहार को अपराध मुक्त बनाएंगे।”
सहनी ने निषाद समुदाय के आरक्षण की मांग को दोहराते हुए बताया कि वे पिछले 12 वर्षों से इस मुद्दे पर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी है। “भाजपा को सिर्फ आपका वोट चाहिए, हक और अधिकार नहीं देना चाहती,” उन्होंने कहा। इस मौके पर वीआईपी के कई वरिष्ठ नेता, जैसे बीके सिंह, मोहम्मद नुरुल होदा, प्रदेश अध्यक्ष बालगोविंद बिंद, सुनीता सहनी और राष्ट्रीय सचिव नीतीश द्वेदी मंच पर मौजूद थे। जनसभा में भारी भीड़ उमड़ी और बार-बार तालियों की गड़गड़ाहट से मैदान गूंजता रहा।