बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन को बड़ा झटका लगने वाला है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने दावा किया है कि महागठबंधन में शामिल एक दल उनके साथ गठबंधन के लिए प्रयास कर रहा है। हालांकि उन्होंने खुलकर मुकेश सहनी का नाम नहीं लिया। दिलीप जायसवाल ने कहा कि हमारे गठबंधन में पांच (बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी रामविलास, हम और आरएलएम) पांडव हैं। एक है उनके (महागठबंधन) साथ गठबंधन में जो हमारे यहां प्रयास कर रहे हैं। रात में लुका-छुपी खेल रहे हैं. वो महागठबंधन के मजबूत पार्टनर हैं। अगर उन्होंने सम्मानजनक तरीके से बात की तभी हम लोग विचार करेंगे। इस सवाल पर कि क्या मुकेश सहनी की ओर इशारा कर रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा मैं किसी के बारे में कुछ नहीं बोल सकता हूं।
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बता दें कि इस साल (2025) बिहार में विधानसभा का चुनाव होने वाला है। इन दिनों मुकेश सहनी अलग-अलग जिलों में अपना कार्यक्रम भी कर रहे हैं। कई जगह उन्होंने यह बात कही है कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है तो तेजस्वी यादव एक तरफ जहां सीएम होंगे तो वहीं वे खुद उपमुख्यमंत्री के पद पर बैठेंगे। हालांकि इसको लेकर कभी आरजेडी या तेजस्वी यादव की ओर से कुछ नहीं कहा गया। अब दिलीप जायसवाल के बयान से बिहार के सियासी गलियारे में नया मुद्दा शुरू हो गया है।
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गौरतलब हो कि वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी महागठबंधन में सीटों पर भी दावा ठोक चुके हैं। हाल ही में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने यह कहा था कि हम 60 सीट पर चुनाव लड़ेंगे तब जाकर 40 से 50 पर जीत सकते हैं। हर हाल में 40 सीट पर जीतना है। निषाद समाज के आरक्षण की मांग तब ही पूरी हो सकती है जब कम से कम उनकी पार्टी के 40 विधायक रहेंगे। अब देखना होगा कि दिलीप जायसवाल के बयान पर वीआईपी प्रमुख सहनी या पार्टी की ओर से क्या प्रतिक्रिया दी जाती है।