नई दिल्ली: वक्फ संशोधन बिल को लेकर गठित समिति ने दो दिवसीय बैठक का आयोजन किया है, जिसमें बिल के मसौदे पर अंतिम रूप देने की प्रक्रिया जारी है। शुक्रवार को बैठक के पहले दिन टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी और बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जिसके बाद बैठक को थोड़ी देर के लिए स्थगित कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने वहां रखी कांच की पानी की बोतल उठाकर मेज पर मारी और गलती से खुद को चोटिल कर लिया। उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। बाद में उन्हें एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी और आप नेता संजय सिंह मीटिंग रूम में वापस ले जाते हुए देखे गए। अब उन पर एक्शन हुआ है वह अगली जेपीसी की मीटिंग में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
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समिति के अनुसार, शुक्रवार और शनिवार को बैठक में वक्फ संशोधन बिल के प्रत्येक क्लॉज पर चर्चा की जाएगी और रिपोर्ट के मसौदे को अंतिम रूप दिया जाएगा। जेपीसी के सदस्यों को बिल में संशोधन प्रस्तुत करने के लिए 22 जनवरी शाम 4 बजे तक का समय दिया गया था। बैठक के दौरान टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने बैठक को अचानक बुलाए जाने पर सवाल उठाया, जिस पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आपत्ति जताई, और दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस शुरू हो गई।
विवाद के बढ़ने के बाद समिति ने 10 विपक्षी सांसदों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया। इसके बाद बैठक को 27 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। बीजेपी नेता जग्दम्बिका पाल की अध्यक्षता में गठित इस समिति ने विपक्ष की आपत्तियों के मद्देनजर मसौदा कानून पर विमर्श के कार्यक्रम को अगले सप्ताह तक स्थगित करने का निर्णय लिया।
जेपीसी सोमवार को विधेयक पर विस्तार से विचार करेगी और शुक्रवार को लॉयर्स फॉर जस्टिस समूह के विचार भी सुनेगी। रिपोर्ट के मसौदे पर अंतिम विचार के बाद, जेपीसी 27 या 28 जनवरी को अपनी लगभग 500 पन्नों की रिपोर्ट लोकसभा स्पीकर को सौंप सकती है। लोकसभा स्पीकर की मंजूरी के बाद, यह रिपोर्ट आगामी बजट सत्र में लोकसभा में पेश की जाएगी।