Bihar Politics: राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार को आड़े हाथों लिया है। अररिया में पत्रकारों से बातचीत के दौरान तेजस्वी ने राज्य की विधि व्यवस्था और सरकार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए। तेजस्वी ने बिना नाम लिए उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर भी तंज कसते हुए कहा कि उनके जन्म प्रमाणपत्र में 10 सालों के भीतर 23 साल की बढ़ोतरी हो गई है। अब आप ही अंदाजा लगाइए कि सच्चाई क्या है?”
तेजस्वी यादव ने कहा, “बिहार के मुख्यमंत्री अब अचेत हो चुके हैं। राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है और आम जनता डरी-सहमी है।” उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सरकार 71 हजार करोड़ रुपये के खर्च का हिसाब देने में असमर्थ है, और मुख्यमंत्री समेत दोनों उपमुख्यमंत्री इस मुद्दे पर मौन धारण किए हुए हैं।
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पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इतना झूठ बोलते हैं प्रधानमंत्री जी। बोलने दीजिए, अभी बरसात का मौसम है तो जुमलों की बारिश कर रहे हैं। बिहार के लोग बेवक़ूफ़ थोड़ी हैं। ग्यारह साल और बीस साल से केंद्र और राज्य में एनडीए सरकार है तो किस बात कर इंतजार कर रहे हैं। कम से कम एक ईंट ही तो लगा दीजिए पटना को पेरिस बनाने के लिए।
वहीं, मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए तेजस्वी ने चुनाव आयोग को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “आज का चुनाव आयोग स्वतंत्र नहीं रहा। अब ये गोदी आयोग बन चुका है, जिसकी निष्पक्षता पर जनता को संदेह है।” इतना ही नहीं कुत्ते का आवास प्रमाण पत्र बनाने को लेकर उन्होंने कहा कि यहां तो सनी लियोनी और नीतीश कुमार के नाम पर भी फर्जीवाड़ा हो जाता है। यहां बिना भ्रष्टाचार के कोई कागज भी नहीं बनता है। उन्होंने मजाक उड़ाते हुए कहा कि डागी ने भी कुछ घूस दिया होगा तभी आवास पत्र बना होगा। तेजस्वी यादव ने कहा कि इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि मतदाता गहन पुनरीक्षण किस तरीके से हुआ होगा।