पटना: जनता दल (यूनाइटेड) के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद निषाद ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। तेजस्वी यादव ने अपने X हैंडल पर एक बयान जारी करते हुए बिहार सरकार की डिजिटल पहल पर सवाल उठाए थे, जिसके जवाब में अरविंद निषाद ने कहा कि लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री बनने के समय में जब कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी का युग आ चुका था, तब लालू प्रसाद यादव इस क्षेत्र में काम करने वालों का मजाक उड़ाते थे।

अरविंद निषाद ने कहा, “लालू प्रसाद यादव सार्वजनिक मंचों पर कंप्यूटर और पेजर का मजाक उड़ाते हुए कहते थे कि यह ‘आईटी वाईटी’ क्या होता है?” उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को अपने माता-पिता से यह सवाल करना चाहिए था कि राजद शासनकाल में बिहार में कभी कोई संचार क्रांति क्यों नहीं हुई? प्रदेश प्रवक्ता ने आगे कहा कि नीतीश कुमार के नवंबर 2005 में मुख्यमंत्री बनने के बाद बिहार में डिजिटल बदलाव का आगाज हुआ। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय, राज्य सचिवालय सहित अन्य विभागों में पहले रेमिंगटन टाइपराइटिंग से काम किया जाता था, लेकिन अब बिहार सरकार में डिजिटल क्रांति आ चुकी है।
सदन में मोबाइल के इस्तेमाल पर भड़के CM नीतीश तो तेजस्वी यादव ने बता दिया रूल..
अरविंद निषाद ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार ने बिहार विधानमंडल सहित सभी विभागों में पेपरलेस कार्य प्रणाली को लागू किया है। कोरोनाकाल में, बिहार सरकार को राष्ट्रीय स्तर पर डिजिटल और पेपरलेस सेवाओं के लिए भारत सरकार द्वारा पुरस्कार भी मिला है। निषाद ने नेता प्रतिपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को अपने माता-पिता के शासनकाल पर सवाल उठाना चाहिए और यह पूछना चाहिए कि राजद के शासन में बिहार में संचार क्रांति क्यों नहीं हुई?
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दरअसल, विधानसभा में गुरुवार को प्रश्नोत्तर काल के दौरान आसन से जब नाम लिया गया, सुदय यादव प्रश्न पूछने के लिए खड़े हुए। सुदय यादव ने अपना मोबाइल फोन निकाला और सवाल पढ़ना शुरू कर दिया। सुदय का सवाल खाद्य एवं उपभोक्ता मामले विभाग से संबंधित था। आरजेडी विधायक के प्रश्न का संबंधित विभाग की मंत्री लेसी सिंह सदन में जवाब दे रही थीं कि अचानक सीएम नीतीश कुमार अपनी सीट पर उठ खड़े हुए। मुख्यमंत्री ने कहा- ‘सदन के अंदर मोबाइल बैन होना चाहिए। सदन के अंदर कोई मोबाइल लेकर नहीं आए। CM ने स्पीकर को कहा- ‘मोबाइल लेकर आता है उन्हें बाहर कीजिए।’
सदन में मोबाइल से सवाल पूछने पर भड़के सीएम नीतीश.. बोले- तुरंत बाहर निकलवाइए
इस पे तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि मोबाइल से 10 साल में दुनिया खत्म हो जाएगी माननीय श्री श्री नीतीश कुमार। पर्यावरण के दृष्टिकोण से सदन को पेपरलेस बनाने की दिशा में प्रश्नों के ऑनलाइन उत्तर देने की व्यवस्था की गई है। अगर किसी मान्य सदस्य को पूरक प्रश्न पूछना है तो उसे मोबाइल अथवा टाइप से देखकर पूछना ही होगा लेकिन बिहार के कंप्यूटर संबंधित निरक्षर मुख्यमंत्री को उससे भी दिक्कत है। तेजस्वी यादव ने आगे लिखा है दुर्भाग्य की बिहार को ऐसे रूढ़िवादी कालग्रस्त मुख्यमंत्री मिले हैं जो टेक्नोलॉजी के साथ-साथ युवा छात्र महिला विरोधी है निंदनीय।