Winter Effec: जिले में मौसम का मिजाज पूरी तरह करवट ले चुका है। घना कुहासा, गिरता तापमान और बढ़ती ठंड ने आम जनजीवन के साथ-साथ बच्चों की दिनचर्या को भी प्रभावित करना शुरू कर दिया है। सुबह के समय दृश्यता कम होने और शीतलहर जैसे हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियातन बड़ा कदम उठाया है। बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए जिले के सभी स्कूलों के संचालन समय में बदलाव कर दिया गया है।

जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने आदेश जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ प्री-प्राइमरी और आंगनबाड़ी केंद्र अब सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 3:30 बजे तक ही संचालित किए जाएंगे। तय समय से पहले या बाद में किसी भी प्रकार की शैक्षणिक गतिविधि पर पूरी तरह से रोक रहेगी। प्रशासन का मानना है कि सुबह और देर शाम की ठंड बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकती है, ऐसे में यह फैसला जरूरी हो गया था।
यह आदेश 20 दिसंबर से 25 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा। हालांकि प्रशासन ने यह भी साफ किया है कि बोर्ड और प्री-बोर्ड परीक्षाओं से जुड़ी विशेष कक्षाएं और निर्धारित परीक्षाएं इस आदेश से मुक्त रहेंगी, ताकि परीक्षा कार्यक्रम पर कोई असर न पड़े। यानी जिन छात्रों की परीक्षाएं चल रही हैं, उनके लिए अलग व्यवस्था पहले की तरह जारी रहेगी।
गौरतलब है कि इससे पहले भी ठंड के बढ़ते असर को देखते हुए जिला प्रशासन ने 10 दिसंबर को स्कूलों के समय में बदलाव किया था। उस दौरान आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए स्कूल का समय सुबह 8:30 बजे से शाम 4 बजे तक निर्धारित किया गया था, जो 11 से 18 दिसंबर तक लागू रहा। लेकिन मौसम के और ज्यादा सर्द होने तथा न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज होने के बाद अब सभी कक्षाओं के लिए एक समान समय तय कर दिया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है, ऐसे में जिला प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है। प्रशासन का यह निर्णय न सिर्फ बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से अहम माना जा रहा है, बल्कि अभिभावकों को भी इससे राहत मिलने की उम्मीद है।

















