बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी पर रेप का आरोप दर्ज कराने वाली महिला को लेकर नए खुलासे हुए हैं। खुद को रेप पीड़िता बताने वाली शातिर ठग है। इसके खिलाफ अलग-अलग राज्यों में संगीन मामलों में केस दर्ज हैं। राकेश पर आरोप लगाने वाली चित्रा बोरा और उसका भाई आशुतोष बोरा जालसाजी के मामले में जेल भी जा चुके हैं। इन दोनों के खिलाफ हरियाणा के गुरुग्राम थाने में कांड संख्या 361/2021 में एफआईआर दर्ज है। इसमें धारा 419, 420, 468, 471, 120 -B, 341 पीसी लगी है।
दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट थाने में कांड संख्या 282/16 में एफआईआर दर्ज है। इसके तहत 420, 468, 471, 120- बी, और 12 पीपी एक्ट लागू है। राजस्थान के उदयमंडी थाना जोधपुर में एफआईआर संख्या 394/2021 दर्ज है। मुंबई के आजाद मैदान थाने में क्रिमिनल रिकॉर्ड के तहत कांड संख्या 124/2021 में एफआईआर दर्ज है। ऐसे में बीसीए अध्यक्ष पर रेप का आरोप लगाया जाना एक बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। शिकायत करने वाली महिला के आपराधिक इतिहास से पता चलता है कि ब्लैकमेलिंग इनका पेशा है। महिला द्वारा पैसे ऐंठने के लिए आरोपी पर दबाव बनाकर उनके पद का नाजायज फायदा उठाने के लिए यह मामला दर्ज करवाया गया है। बताया जाता है कि चित्रा और आशुतोष ने बीसीए के जरिए अपना निजी स्वार्थ साधना चाहते थे। जब संघ के पदाधिकारियों ने उनकी बात मानने से इंकार कर दिया तो महिला ने चार जनवरी 2022 को बीसीए अध्यक्ष के खिलाफ छेड़खानी का मामला दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया था। फिर 14 जनवरी 2022 को चित्रा ने खुद 4 जनवरी को दिए गए आवेदन को गलत बताते हुए अपनी मानसिक स्थिति सही नहीं होने का हवाला दिया था। इससे जुड़ा एफिडेविट भी थाने में दिया था और उस आवेदन को रफा-दफा करने की गुहार लगाई थी।
बीसीए अध्यक्ष ने 13 फरवरी को चित्रा के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का दर्ज कराया था मामला
भाई-बहन द्वारा बीसीए पदाधिकारियों को ब्लैक करने का सिलसिला जारी रहा। परेशान होकर बीसीए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने 19 फरवरी को चित्रा पर पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में ब्लैकमेल कर मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी संख्या 027/2022 दर्ज कराई थी, जिसकी जांच चल रही है और जब चित्रा बोरा को इसकी तहकीकात में पूछताछ के लिए थाने में बुलाया गया और उस मामले में जब वो पूरी तरह से फंस्ती हुई नजर आई तो अपना आपा खो बैठी और उसने पुनः बीसीए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी पर छेड़खानी करने का तथाकथित आरोप लगाते हुए 7 मार्च को उसी थाने में प्राथमिकी संख्या 029/2022 दर्ज कराई है।