मामला मधेपुरा (Madhepura) सदर अनुमंडल का है। जहां मुरलीगंज थाना क्षेत्र में रह रहे शराब कारोबारी के हाथों से शराब छिनने वाली 15 महिलाओं को एसपी ने आज सम्मानित किया है। बताया जा रहा है कि होली के अगले दिन जब मधेपुरा से 4 लोगों के जहरीली शराब पिने से मौत हो गई थी। वहीं उस मामले में पुलिस ने 8 शराब कारोबारी को पकड़ कर जेल भेजा था लेकिन उसके बाद भी देशी शाराब के कुछ कारोबारी पुलिस से बच कर निकलने में सफल हो गए थे। जिन्हें 21 मार्च को मुरलीगंज नगर पंचायत के वार्ड संख्या 9 से इन महादलित महिलाओं ने पकड़ लिया और उनसे शराब छीनकर सीधे थाणे आ गई। उन महिलाओं को उनकी बहादुरी के लिए मधेपुरा एसपी ने आज सम्मानित किया है।
महिलाओं ने उठाया बड़ा कदम
बता दें कि इन महिलाओं में कई ऐसी महिलाएं है जिन्होंने शराब के कारण अपनों को खुद से दूर जाते देखा है। महिलाओं ने बताया कि उनके बच्चे और पति जो कुछ कमाते है वह शराब में उड़ा देते हैं। साथ ही कभी-कभी तो घर चलने के लिए महिलाएं जो पैसे जमा करती है वह भी उनके पति चुरा लेते थे। ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए और शराब से हो रही मौत की खबरें सुनने के बाद इन महिलाओं ने अपनी जान की परवाह किए बिना बस्ती में जा कर शराब कारोबारियों से करीबन 100 पौउच शराब छीन कर मुरलीगंज थाना पहुँच गई। जिसके बाद पुलिस हरकत में आयी और कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया।
एसपी ने किया सम्मानित

वहीं आज उन महिलाओं कि हिम्मत को सम्मानित करते हुए एसपी ने कहा जो हिम्मत और चेतना इन महिलाओं में है यदि समाज में भी आ जाए, तो किसी कड़े कानून की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सरकार जिस सामाजिक परिवर्तन की बात करती है वह मधेपुरा की इन महिलाओं ने कर दिखाया है। साथ ही महिलाओं को संबोधित करते हुए एसपी ने कहा आपलोगों ने जो काम किया है, वह काफी सराहनीय है। यह केवल मुरलीगंज और मधेपुरा के लिए नहीं बल्कि पूरे बिहार के लोगों को जागरूक करने में मदद करेगा।
महिलाएं दिखी काफी उत्साहित
बता दें कि एसपी के हाथों से सम्मानित होकर महिला काफी उत्साहित दिख रही थी। उन्होंने बताया कि अब वह कभी भी अपने इलाके में शराब की बिक्री नहीं होने देगी। साथ ही एसपी ने शराब बंदी कानून को सफल बनाने में सहयोग करने वाले व्यक्ति को सम्मान और सुरक्षा का भरोसा दिलाया।