श्रीनगर: 13 फरवरी को गायब हुए 3 लोगों में से 2 भाईयों रियाज अहमद बजाद और उनके भाई शौकत अहमद बजाद के रहस्यमयी मौतों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें DSP को महिला प्रदर्शनकारियों पर लात चलाते और अभद्र भाषा का प्रयोग करते देखा गया है. इस मामले को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 17 मार्च को भी हंगामा देखने को मिला. विधानसभा में हंगामे के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं
ज्ञातव्य हो कि मृतक रियाज अहमद बजाद और उनके भाई शौकत अहमद बजाद के शव पिछले सप्ताह कुलगाम जिले में विशाव नदी से बरामद हुए थे. इन भाइयों के साथ ही 13 फरवरी को लापता हुए तीसरे व्यक्ति मुख्तार अहमद अवान अभी भी लापता हैं.इस संबंध में सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सुरनकोट विधायक चौधरी मुहम्मद अकरम ने वीडियों में दिखाई दे रहे पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.अकरम ने कहा, ‘कुलगाम में दो शव बरामद किए गए हैं. यह नागरिकों का ऐसे रहस्यमय ढंग से गायब होना कठुआ और कश्मीर दोनों जगहों पर हो रहा है, और जांच नहीं की जा रही है. हमारी एक बहन को पुलिस अधिकारी ने लात मारी है. यह एक मानवीय मुद्दा है. मैं सदन से इसकी निंदा करने का आग्रह करता हूं.’नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के विधायकों ने भी अपनी सीटों से खड़े होकर इस पुलिस कार्रवाई का विरोध किया.
एनसी विधायक नजीर अहमद गुरेजी ने घटना की जांच की मांग करते हुए कहा, ‘क्या हम पुलिस राज में रह रहे हैं? क्या जम्मू-कश्मीर में पुलिस अधिकारियों के लिए कोई कानून नहीं है? क्या ऐसा है कि पुलिस जो चाहे कर सकती है, जिसे चाहे मार सकती है या जेल में डाल सकती है? क्या कोई कानून नहीं है? ऐसे अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.’
स्पीकर अब्दुल रहीम राथर ने सदस्यों से शांत रहने का आग्रह करते हुए कहा कि उन्होंने इस पर संज्ञान लिया है और मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर गौर करेंगे.एनसी विधायक कैसर जमशेद लोन ने सदन को बताया, ‘यह एक सामान्य बात हो गई है कि जम्मू-कश्मीर में लोग गायब हो रहे हैं और फिर उनकी लाशें मिल रही हैं. स्थिति बहुत खराब है.’ज्ञात हो कि कठुआ में पिछले महीने दो घटनाओं में कम से कम पांच नागरिक रहस्यमय तरीके से लापता होने के बाद मृत पाए गए थे. दोनों घटनाओं में आतंकवादियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है..
कश्मीर जोन पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘कुलगाम में जनता के साथ एक पुलिस अधिकारी के आचरण के बारे में सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है. हमने हालिया घटना और अधिकारी के आचरण के बारे में आरोपों का संज्ञान लिया है. डीआईजी एसकेआर जांच करेंगे और 10 दिनों के भीतर अपने निष्कर्ष प्रस्तुत करेंगे.